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'निकोटीन गम' छुड़ायेगी लत 'मल्टी विटामिन' और 'सिरप' सुधारेंगे सेहत

ललितपुर ब्यूरो: तलबगारों को बीड़ी- सिगरेट और तम्बाकू की लत से निजात दिलाने के साथ ही अब कमजोरी दूर कर

By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 01:23 AM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 01:23 AM (IST)

ललितपुर ब्यूरो: तलबगारों को बीड़ी- सिगरेट और तम्बाकू की लत से निजात दिलाने के साथ ही अब कमजोरी दूर करने में सहायता भी दी जाएगी। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला अस्पताल में संचालित एनसीडी (नॉन कम्युनिकेविल डिसीज) सैल में मुफ्त 'निकोटीन गम' के साथ ही मल्टी विटामिन और सिरप भी बाटी जा रही है।

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'कौन कम्बख्त पीता है मजा लेने के लिए, हम तो पीते है क्योंकि पीनी पड़ती है।' तम्बाकू जनित उत्पादों की गिरफ्त में आए पुरुष, महिलाएं और किशोर इन्हीं हालातों से गुजरने को कब विवश हो जाते है। इसका उन्हे पता ही नहीं चलता। बीड़ी, सिगरेट, चिलम और हुक्के का हर कश और गुटखा, जर्दा, खैनी की चुटकी हर पल मौत की ओर ले जा रही होती है। क्योंकि, तम्बाकू एक ऐसा धीमा जहर है, जो सेवन करने वाले को मौत के मुंह में धकेलता है। अफसोस जनक बात यह है कि कैंसर से मौतों के पीछे तम्बाकू का सेवन सबसे बड़ा कारण बनकर उभरा है। कैंसर के भयावह आकड़ों को दृष्टिगत रखते हुए सरकार ने राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम संचालित किया है, जिसके तहत जिला अस्पताल में संचालित एनसीडी सेल में पुरुष, महिलाओं और किशोरों को तम्बाकू जनित उत्पादों की लत से मुक्त कराने की नई पहल की गई है, जिसके तहत सेल से निशुल्क 'निकोटीन गम' का वितरण किया जा रहा है, जिसमें 20 गुटखा और 20 बीड़ी अथवा सिगरेट जितना निकोटीन मिलता है, खास बात यह है कि यह गम स्वास्थ्य के लिए नुकसान भी नहीं पहुचाता है। सेल में तम्बाकू की लत से मुक्त कराने के लिए निकोटीन गम के वितरण के साथ ही मरीज का पंजीकरण किया जाता है, उसके काउसलिंग के साथ ही फालोअप भी किया जा रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि निकोटीन गम केवल तम्बाकू का सेवन करने वालों को ही फायदा पहुचाती है। तम्बाकू उत्पादों का सेवन न करने वालों पर विपरीत प्रभाव डालती है। सेल में पंजीकृत तलबगारों के फालोअप के दौरान निकोटीन गम से पहले उसे तम्बाकू के सेवन से दूर किया जाता है, फिर आत्मविश्वास में वृद्धि करके उन्हे लत से छुटकारा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। अब एनसीडी सेल में निकोटीन गम के वितरण के साथ ही नशे से छुटकारा पाने की चाह रखने वालों में कमजोरी को दूर करने के लिए विटामिन की दवाइया भी उपलब्ध कराई गई है, जिनका निशुल्क वितरण शुरू हो गया है। निकोटीन गम के साथ कैल्सियम की गोलिया, रक्तसंचार को सुचारू रखने वाली मल्टीविटामिन कैप्सूल और सामान्य विटामिन कैप्सूल के साथ ही गैस सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने के लिए शीरप भी दी जा रही है। एनसीडी में कार्यरत मनोचिकित्सक डा. मंजूलता यादव का कहना है कि निकोटीन गम से तम्बाकू, बीड़ी व सिगरेट से छुटकारा पाने वाले लोगों के शरीर में आने वाली समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए विटामिन की दवाइया व शीरप के वितरण का निर्णय लिया गया है, जो लोगों को नशा से पूर्णत: मुक्ति दिलाने में बेहद कारगर साबित होगा।

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तम्बाकू उत्पादों के सेवन से नुकसान

- तम्बाकू में मादकता या उत्तेजना देने वाला मुख्य घटक निकोटीन है, यही तत्व सबसे अधिक घातक भी है।

- तम्बाकू में अन्य बहुत से कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व पाए जाते है।

- धू्रमपान एवं तम्बाकू खाने से मुंह, गला, श्वासनली व फैंफड़ों का कैं सर होता है।

- दिल की बीमारिया।

- धमनी उच्च रक्तचाप।

- पेट के अल्सर आदि।

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तम्बाकू से शारीरिक दुष्परिणाम

चिंता, बैचेनी, भूख न लगना, हृदय की धड़कन बढ़ना, नींद न आना, ज्यादा पसीना आना, नशे की तीवृ इच्छा होना, सिर दर्द आदि।

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इनका कहना है -

निकोटीन गम के साथ ही जल्द ही एनसीडी सैल में तम्बाकू के सेवन से होने वाली तकलीफों को दूर करने वाली निशुल्क दवाइया भी मुहैया कराई जा रही है, जिससे सेल में पंजीकृत तलबगारों को काफी लाभ मिलेगा।

डा. मुकेश चंद्र दुबे,

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम।


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