खेत में लगी पौध रात में उखाड़ फेंकी
सौंरई (ललितपुर) : प्राकृतिक आपदाओं का दंश झेल रहा किसान मानवीय उत्पीड़न का शिकार भी हो रहे हैं। थाना
सौंरई (ललितपुर) : प्राकृतिक आपदाओं का दंश झेल रहा किसान मानवीय उत्पीड़न का शिकार भी हो रहे हैं। थाना मड़ावरा अन्तर्गत ग्राम सौंरई में कुछ उपद्रवियों ने रात्रि के समय एक किसान के करीब एक एकड़ खेत में लगी सब्जी की पौध को उखाड़कर चौपट कर दिया।
थाना मड़ावरा अन्तर्गत ग्राम सौंरई निवासी रामप्रकाश पुत्र हरलाल कुशवाहा ने बताया कि उसने बस स्टैण्ड के पास वाले एक एकड़ खेत में रघुनाथ कुशवाहा के साथ मिलकर साझेदारी में हजारों की संख्या में सब्जियों की पौध करीब दो माह पूर्व लगाई थी, जिसमें से कुछ तो 15 दिन बाद फल देने वाली थी पर कुछ उपद्रवियों से उनकी लहलहाती फसल को देखा नहीं गया। उन्होंने बुधवार की रात्रि में ही आधे से ज्यादा फसल उखाड़ कर फेंक दी, जिसमें बैगन, गोभी, फतकुल, मिर्च, लौकी, कदुआ, करेला एवं ककड़ी की करीब चार-पाँच हजार पौध बर्बाद हो गयी। सुबह जब किसान ने खेत पर जाकर देखा तो उसके हाथ-पांव सुन्न रह गये। उखड़े हुये पौधे कुछ खेत में तो कुछ कुँआ में पडे़ मिले। हद तो तब पार हो गयी जब उसकी झोपड़ी में भी गंदगी कर दी गयी। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी, पर किसी को उपद्रवियों का पता नहीं चला। खेत में पैरों के निशान से पता चल रहा था कि उपद्रवियों में करीब तीन-चार लोग होंगे। किसान के पुत्र देवेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि उसके खेत के बगल में जुआड़ियों ने अड्डा बना रखा है। बीते पाँच-छह दिनों पहले बरसात होने पर कुछ लोग उसकी झोपड़ी में जुआ खेलने आये थे पर उसके द्वारा मना कर दिया गया था। इससे पूर्व में भी गाँव में जुआड़ियों द्वारा उत्पाद मचाने की घटनायें हुयी हैं। इसलिये ज्यादातर लोग इसे जुआरियों से जोड़ रहे थे। किसान ने थाने में प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की माँग की।