'नैतिकता के बिना व्यक्ति की पहचान अधूरी'
तालबेहट(ललितपुर) : दशलक्षण महापर्व के चलते जैन मन्दिरों में धार्मिक आयोजनों की धूम मची हुई है। जैन श
तालबेहट(ललितपुर) : दशलक्षण महापर्व के चलते जैन मन्दिरों में धार्मिक आयोजनों की धूम मची हुई है। जैन श्रद्धालु विद्वानों के निर्देशन में भगवान की अराधना कर पुण्य लाभ अर्जित करने में जुटे हुये है। यही नहीं रात्रिकालीन बेला में मन्दिरों में विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की जा रहीं है, जिसमें प्रतिभागी तरह-तरह के अभिनय प्रस्तुत कर रहे है। जिन्हें देख दर्शक हर्षित हो रहे हैं।
नगर के पाश्र्र्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में रात्रिकालीन बेला में सीनियर वर्ग की फैन्सी ड्रेस व अभिनय प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 19 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ डॉ.महेन्द्र जैन व गजेन्द्र जैन देवास ने आचार्य विद्यासागर महाराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलित कर किया। तदोपरात प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 19 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान सृजन चौधरी ने तात्रिक का भेष धारण कर अपना अभिनय प्रस्तुत किया। दीक्षा चौधरी ने आर्यिका माता का अभिनय कर धर्मसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि नैतिकता के बिना व्यक्ति की पहचान अधूरी है। सेवी चौधरी ने कवियत्री का अभिनय कर 'चौबीस घण्टे में पतियों पर इक फटकार जरूरी है' कविता सुनाई। जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा। कृति मोदी ने राजकुमारी अनन्दसरा बन अपनी प्रस्तुति दी। निधि चौधरी ने महिला चिकित्सक का अभियन प्रस्तुत किया। रितिका मोदी ने सीता मैया, रश्मि चौधरी ने रानी लक्ष्मीबाई, अभिलाषा चौधरी ने सैल्समेन बन खिलौने बेचे। प्रीति मोदी ने राजुल का शानदार अभिनय किया। रोशनी मोदी ने सेठानी के अभिनय की प्रस्तुति दी। जिसे देखकर श्रद्धालु लोट-पोट हो गये। अभिषेक जैन सिर्स ने दो दोस्तों की दास्तान सुनाई। शिखरचन्द्र सिर्स ने हास्य-व्यंग प्रस्तुत किया। प्रिंस व आकृति जैन पारौन ने सेठ-सेठानी का अभिनय प्रस्तुत किया। जिसे देख श्रोता खुशी से झूम उठे। अंजली चौधरी ने बेटी बचाओ अभियान की गुहार लगाई। विभा जैन ने गायिका बन संगीतमयी गीत प्रस्तुत किया। आकाश चौधरी एण्ड गु्रप ने स्कूल लगाकर छात्रों को पढ़ाया। रूवी चौधरी ने सब्जी विक्रेता व शिखा मोदी ने गाँव की गवारन बन अपनी प्रस्तुति दी। निर्णायक की भूमिका एड.राजीव जैन, प्रकाशचन्द्र कुड़ावनी व विशाल जैन ने निभाई। इस दौरान भारी संख्या में जैन श्रद्धालु मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व पार्षद चक्रेश जैन ने किया।