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कीड़ों के आतंक ने उड़ायी बाँसी पुलिस की नींद

ललितपुर ब्यूरो : बर्दी की हनक व डण्डे की धमक से अपराधियों को सीधा कर देने वाली बाँसी पुलिस इन दिनो

By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 12:39 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2015 12:39 AM (IST)

ललितपुर ब्यूरो :

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बर्दी की हनक व डण्डे की धमक से अपराधियों को सीधा कर देने वाली बाँसी पुलिस इन दिनों नीले कीड़ों के आतंक के आगे नतमस्तक है। स्थिति यह है कि चौकी परिसर में लगे डेढ़ दर्जन महुए के पेड़ के तनों से निकलकर बर्दी व अन्य कपड़ों में घुस जाने वाले ये कीड़े इतने विषैले है कि इनके काटने से पुलिसकर्मियों को खुजली व अन्य संक्रमण की बीमारियाँ हो गयी है। जिससे निजात पाने के लिए सारे जतन व्यर्थ साबित हो रहे है।

बाँसी चौकी परिसर में डेढ़ दर्जन महुए के पेड़ लगे हुए है। इन्हीं पेड़ों के नीचे चौकी भवन व आवास बने हुए है। विगत एक पखवाड़े से महुए के तनो से नीले रंग के कीड़े निकल रहे है। जो पुलिसकर्मियों के कपड़ों में घुस जाते है। पहनने के कपड़ों के साथ-साथ ओढ़ने व बिछाने के कपड़ों में भी कीड़ों ने अपना डेरा जमा लिया है। स्थिति यह है कि इन कपड़ों को पहनने के साथ ही खुजली शुरू हो जाती है। बाद में शरीर पर लाल चकत्ते पड़ जाते है। जो बाद में बेहद पीड़ा देते हैं। इस कीड़े की लम्बाई 2 से 3 सेंटीमीटर लम्बे नीले हरे रग के इन कीड़ों पर ऊपर रोम भी है। जो शरीर के सम्पर्क में आने पर सुई की नोंक के समान चुभन पैदा करते है। रात्रि में सोते वक्त ये कपड़ों में भी घुस जाते है और तो और दिन के समय यदि पेड़ों के नीचे बैठकर पुलिसकर्मी कार्य करते है, तो उनके ऊपर भी कीड़े गिर जाते है। पहले तो पुलिसकर्मियो ने इस पर गौर नहीं किया, लेकिन जब कीड़ों की आतंकी फौज ने पुलिसकर्मियो पर हमला बोल दिया, तो स्थिति विकट हो गयी। कीड़े की खुजली से एक के बाद एक चौकी इचार्ज से लेकर पुलिसकर्मी लपेटे में आते चले गये। पुलिसकर्मियों ने दवा भी ली, लेकिन असर खत्म होते ही खुजली व दर्द फिर शुरू हो जाता है। सीओ तालबेहट ने इस सम्बन्ध में सीएमओ को भी अवगत कराया, लेकिन बात नहीं बनी। कुछ लोग पुलिसकर्मियों को वन विभाग व कृषि विभाग से सम्पर्क करने की सलाह भी दे रहे है। इस सबके बावजूद भी कीड़ों की आतंकी फौज से जूझ रही बाँसी पुलिस को राहत नहीं मिल पा रही है। जिसके चलते पुलिसकर्मियों की रातों की नींद व दिन का चैन छिन गया है। पुलिसकर्मियों को समझ में नहीं आ रहा है कि इस समस्या से निजात कैसे पायी जा सके। फिलहाल बाँसी पुलिस खुजली से निपटने के उपाय खोजती नजर आ रही है। ऐसे में पुलिस का काम भी प्रभावित हो रहा है, लेकिन पुलिस पहले अपनी ही समस्या को दूर करने का जतन कर रही है।


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