सरस शोरूम से सुधरेगा गरीबों का जीवन सतर
ललितपुर ब्यूरो : एक ही छत के नीचे गरीबों और जरूरतमंदों को उनके द्वारा निर्मित उत्पाद बेचने का सरक
ललितपुर ब्यूरो :
एक ही छत के नीचे गरीबों और जरूरतमंदों को उनके द्वारा निर्मित उत्पाद बेचने का सरकारी प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है सरस शोरूम में उत्पाद बेचने से गरीबों का जीवन स्तर सुधरेगा। इतना ही नहीं दलालों और बिचौलियों से भी निजात मिलेगी। यह बात जिलाधिकारी जुहैर बिन सगीर ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत सरस शोरूम के शुभारम्भ पर कही।
उन्होंने कहा कि आज सरस शोरूम के रूप में एक पौधा लगाया गया है जो निश्चित रूप से अल्प समय में ही मॉल के रूप में विकसित होगा और जनपद के दूराँचल में अपना उत्पाद बना रहे गरीब और सहरिया जाति के लोग इसमें अपना उत्पाद बेचकर वाजिब कीमत प्राप्त कर सकेंगे। अब उन्हे किसी बिचौलिये के चक्कर में पड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सरस शोरूम खुलवाने में नगरपालिका, नाबार्ड और डीआरडीए की अहम भूमिका है। जिस प्रकार लोहिया बस संचालन जनपद के लिये लैण्डमार्क है उसी प्रकार सरस शोरूम भी ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में गिना जायेगा। प्रथम तल पर भी दुकानें खुलवाई जायेंगी। परिसर में छोटी-छोटी स्टॉल बनवाकर उन्हे गरीबों को वितरित किया जायेगा। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि स्टॉल किसी स्थापित व्यापारी को आवण्टित नहीं किये जायेंगे। चरक शोरूम भी खोला गया है, जहाँ सहरिया जाति के लोगों द्वारा वन क्षेत्रों से खोजी गई जड़ी बूटियों की अच्छी कीमत मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि सरस शोरूम को खुलवाने में आकाँक्षा समिति की भूमिका बेहद अहम है। समिति द्वारा गरीबों के कल्याण के लिये जो भी सुझाव दिये जायेंगे प्रशासनिक स्तर पर उन्हे पूरा करने का प्रयास किया जायेगा। आकाँक्षा समिति अध्यक्षा अलीषा अर्शद ने कहा कि स्वयं सहायता समूह गरीबों के लिये आय का स्रोत बनेगा, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरेगा। नगरपालिका अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को अपनी उत्पाद बेचने का सरस शोरूम में अच्छा दाम मिलेगा, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरेगा। अपर जिलाधिकारी मिथलेश कुमार त्रिवेदी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न विधाओं के कारीगरों द्वारा तैयार किया गया उत्पाद सरस शोरूम में बेचा जायेगा, जिससे दलाली प्रथा पर अंकुश लगेगा। एलडीएम बलवीर सिंह ने कहा कि ग्रामीण कारीगों को खुद के द्वारा तैयार उत्पाद बेचने के लिये सरस शोरूम मील का पत्थर साबित होगा। परियोजना निदेशक डीआरडीए सुरेशचन्द्र मिश्र ने कहा कि सरस शोरूम जनपदीय उपलब्धि है। हाईवे के आसपास स्थाई दुकानें बनवाई जायेंगी, जहाँ स्वयं सहायता समूह के कारीगरों द्वारा तैयार उत्पाद बेचे जा सकेंगे।
इसके पूर्व जिलाधिकारी ने सरस शोरूम का पूजा-अर्चना कर और फीता काटकर शुभारम्भ किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किये गये उत्पादों की जानकारी ली। आकाँक्षा समिति ने भी विभिन्न उत्पादों के बारे में पूछताछ की। इस दौरान आकाँक्षा समिति की सचिव डॉ.जनककिशोरी शर्मा, ऊषा जायसवाल, सरोज दिवाकर, स्नेहलता श्रीवास्तव, डॉ.गीताँजलि, कमलेश जैन, डॉ.एस.कौर वालिया, संगीता जैन, सीता पाठक, अर्चना अग्रवाल, रीना जैन, नीति शर्मा, डीडी कृषि हसराज, जिला सेवायोजन अधिकारी चन्द्रचूड़ दुबे, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका के.एन.शर्मा, सूचना अधिकारी बृजेन्द्र कुमार, अजय श्रीवास्तव के अलावा अन्य अधिकारी व पत्रकार मौजूद रहे। संचालन एसडीओ वन सोमधर पाण्डे ने किया। नगरपालिका अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने आभार व्यक्त किया।