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'माननीय' के पुत्र ने बन्दी रक्षक को जड़ा थप्पड़

- रेप के मामले में जेल में निरुद्ध भाई से मिलने जा रहा था आरोपी - मामले को सुलटाने में जुटे जेल अफ

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 01:51 AM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 01:51 AM (IST)
'माननीय' के पुत्र ने बन्दी रक्षक को जड़ा थप्पड़

- रेप के मामले में जेल में निरुद्ध भाई से मिलने जा रहा था आरोपी

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- मामले को सुलटाने में जुटे जेल अफसर व पुलिस

ललितपुर ब्यूरो : सोमवार की दोपहर अपने 'माननीय' पिता के पद के मद में चूर पुत्र ने जिला कारागार के सन्तरी (पहरे पर खड़े बन्दी रक्षक) से न केवल अभद्रता की, बल्कि गाल पर थप्पड़ भी रसीद कर दिया। इस घटना से मौके पर हगामा हो गया। बाद में किसी प्रकार मामले को सुलटाने के प्रयास तेज हो गये। आरोपी, जेल में बन्द अपने भाई से मिलने के लिए जिला कारागार पहुँचा था व जबरन जेल के अन्दर जाने का प्रयास कर रहा था।

जिला कारागार में बन्दियों से मिलने के लिए एक प्रक्रिया अपनायी जाती है, इसके तहत कारागार के गेट पर पहले 'मिलायी' की पर्ची कटती है। इसका 2 रुपये शुल्क लगता है। पर्ची कटने के बाद मिलने जाने वाले व्यक्ति के हाथ पर मुहर लगायी जाती है। जिसे देखकर ही गेट पर खड़ा बन्दी रक्षक उसे अन्दर जाने की अनुमति देता है। हुआ यूँ कि सोमवार की दोपहर 1.30 बजे एक 'माननीय' का पुत्र अपने साथी के साथ जेल में बन्द भाई से मिलने के लिए जिला कारागार के गेट पर पहुँचा। यहाँ उसने न तो मिलायी की पर्ची कटवायी और न ही मुहर लगवायी। इस प्रक्रिया को पूरा किये बगैर ही वह साथी के साथ जेल के गेट पर पहुँचा और अन्दर जाने लगा। यह देख बन्दी रक्षक राकेश कुमार ने उसे रोक दिया और हाथ पर मुहर लगा न देख अन्दर जाने से मना कर दिया। बन्दी रक्षक की यह गुस्ताखी 'माननीय' पुत्र को नागवार गुजरी। उसने आव देखा, न ताव और बन्दी रक्षक के गाल पर थप्पड़ जड़ दिया। साथ ही उससे धक्का-मुक्की भी की। इससे बन्दी रक्षक खून का घूँट पीकर रह गया। इससे मौके पर हगामा हो गया। बाद में साथियों ने जब आरोपी के 'माननीय' पुत्र होने की बात बतायी, तो मौके पर डिप्टि जेलर राकेश वर्मा आ गये। उन्होंने किसी प्रकार बीचबचाव कर मामला शान्त कराया। इस घटना की खबर फैलते ही बन्दी रक्षकों में रोष फैल गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुँच गयी। बाद में पुलिस आरोपी को अपने साथ ले गयी तथा कुछ समय बाद छोड़ दिया। इस घटना को लेकर जहाँ जेल प्रशासन व पुलिस बयान देने से बचती नजर आ रही है, वहीं सूत्रों के अनुसार पीड़ित सिपाही को भी मौन रहने के लिए कहा गया है। इस सम्बन्ध में जब जेल अधीक्षक से मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। बता दें कि आरोपी, जेल में बन्द अपने जिस बड़े भाई से मिलने के लिए जिला कारागार पहुँचा था, वह हाईस्कूल की छात्रा से रेप कर अश्र£ील सीडी बनाने के मामले में अपने साथी के साथ जिला कारागार में निरुद्ध है। यह मामला कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था। फिलहाल यह घटना जिला कारागार में चर्चा का विषय बनी हुयी है।


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