पुस्तकें बेचना पड़ा महँगा, होगी एफआईआर
ललितपुर ब्यूरो : नौनिहालों के ज्ञान में वृद्धि के लिये शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई पुस्तकों को बेचने
ललितपुर ब्यूरो : नौनिहालों के ज्ञान में वृद्धि के लिये शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई पुस्तकों को बेचने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुस्तक बेचने के लिये जिम्मेदार शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही होना तय माना जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये खण्ड शिक्षा अधिकारी को सम्बन्धित शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये हैं।
गौरतलब है कि परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की दशा और दशा सुधारने के नाम पर सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर वर्ष करोड़ों रुपया खर्च किया जा रहा है। विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के ज्ञान में बढ़ोत्तरी के लिये नि:शुल्क पुस्तकों का वितरण किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2014-15 में पुस्तकों की खेप जनपद को उपलब्ध कराई गई, जिन्हे सम्बन्धित ब्लॉक संसाधन केन्द्रों तक पहुचा दिया गया, जहाँ से विद्यालयों में पुस्तकें भिजवा दी गई। स्कूलों में बच्चों को पुस्तकों का वितरण किया जाना था, लेकिन विकासखण्ड महरौनी अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय समोगर में पुस्तकों को रद्दी में बेचने की रणनीति बना डाली। सोमवार 2 मार्च को एक टैक्सी में पुस्तकें लादी गई और उन्हे बेचने के लिये ले जाया जा रहा था कि इसी बीच ग्रामीणों की नजर वाहन पर पड़ गई। उन्होंने टैक्सी में रखे बोरे खोलकर देखे तो उनमें कक्षा 1 से 5वीं तक की कलरव, गिनतारा, रेनवो, परिवेश, गणित व अंग्रेजी की पुस्तकें रखी थीं। ग्रामीणों की सूचना पर एसडीएम महरौनी ने कानूनगो और लेखपाल से जाँच कराई। उन्होंने ग्रामीणों के बयान लिये और पुस्तकें जब्त कर आख्या एसडीएम को सौंप दी। इधर मामले को संज्ञान में लेते हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सम्बन्धित शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है।