घटिया निर्माण से शबरी ग्राम कॉलनि ध्वस्त
ललितपुर ब्यूरो :
सहरिया आदिवासियों को अशियाना मुहैया कराने के लिए निर्मित करवायी जा रही शबरी ग्राम कॉलनि घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गयी। आवास के निर्माण में सीमेण्ट का अतापता नहीं है। यही वजह है कि पूर्ण होने के पहले ही रेत के घरोंदों की तरह निर्माण भरभरा कर ढह गये है। कॉलनि निर्माण की जिम्मेदारी एक एनजीओ को सौंपी गयी थी, जिसकी लापरवाही उजागर हुयी है।
सरकार द्वारा गरीबों को खुद का आवास उपलब्ध के मकसद से इन्दिरा आवास एवं लोहिया आवास उपलब्ध कराने की योजना चलायी जा रही है। इसी क्रम में ग्राम पंचायत देवगढ़ के ग्राम गढ़ौली में रहने वाले सहरिया आदिवासियों को सरकारी आवास उपलब्ध कराने के मकसद से ग्राम कुचदौं में ग्राम समाज की खाली जमीन पर ललितपुर-देवगढ़ मार्ग पर शबरी ग्राम इन्दिरा आवास कॉलनि का निर्माण करवाया जा रहा है। कॉलनि निर्माण की जिम्मेदारी एक स्वयंसेवी संस्था को सौंपी गयी है। कॉलनि में 83 सहरिया परिवारों को आवास उपलब्ध कराये जाना है। इनमें से 13 इन्दिरा आवास एवं लोहिया आवास के निर्माण की जिम्मेदारी एनजीओ को सौंपी गयी है। 1 इन्दिरा आवास की लागत 70 हजार रुपये तथा लोहिया आवास की धनराशि 1 लाख 30 हजार रुपये निर्धारित की गयी है। कॉलनि निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2013-14 में धनराशि आवण्टित की जा चुकी है। संस्था द्वारा कॉलनि निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। बिना सीमेण्ट के या पक्का किये बगैरा मिट्टी खोदकर ईटों का निर्माण किया गया, जिनका इस्तेमाल आवास बनाने में हुआ। ग्रामीणों ने ईटों को लेकर आपत्ति भी जतायी थी, लेकिन संस्था द्वारा इसकी अनदेखी करते हुए अनवरत रूप से घटिया निर्माण जारी रखा। इसकी परिणीति हाल ही में हुयी बारिश के दौरान देखने को मिली। जब निर्माणाधीन आवास एक के बाद एक भरभराकर ध्वस्त हो गये। निर्माणाधीन आवास गिरने से ग्रामीणों में आक्रोश है। उनका कहना है कि सरकार द्वारा आवास उपलब्ध कराने के लिए धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है, लेकिन कार्यदायी संस्थाओं द्वारा घटिया निर्माण कराकर शासन की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के पहले यदि लाभार्थी सहरिया परिवार आवासों में निवास करने लगते तो बड़ा हादसा घट सकता था। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और मण्डलायुक्त से घटिया निर्माण की उच्चस्तरीय जाँच कराने की माँग की है। गरीबों की जिन्दगी के साथ खिलवाड़ करने वालों को सजा दिलाने की मँाग की। बताते चलें कि इसके पूर्व भी घटिया निर्माण के मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन यह ऐसा मामला है जो बेहद गम्भीर है। जिस पर समुचित कार्यवाही से ही गरीबों को राहत मिलेगी और सरकारी धन की सुरक्षा पर गम्भीर पहल हो सकेगी।