मध्य प्रदेश से जुड़े लूटकाण्ड के तार
0 टीकमगढ़, छतरपुर जनपदों की खाक छान रही पुलिस
0 डम्पर सवार युवक से 90 हजार लूटने का मामला
ललितपुर ब्यूरो :
थाना बानपुर अन्तर्गत ग्राम कंचनपुरा व ककड़ारी के बीच तलघटा नाले के पास डम्पर में सवार सुपरवाईजर से दुस्साहसिक अंदाज में 90 हजार रुपये लूट लेने की घटना ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। दिनदहाड़े घटी इस घटना के खुलासे में जुटी पुलिस ने अब मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में डेरा डाल दिया है। पुलिस का मानना है कि घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश टीकमगढ़ जिले की ओर ही भागे थे।
थाना बानपुर अन्तर्गत ग्राम पुराधनकुआँ स्थित डायस्पोर खदान पर तैनात सुपरवाइजर प्रमोद कुमार पुत्र मस्तराम निवासी निखारा ट्राँस्पोर्ट, कैमासन माता मन्दिर के पास, झाँसी विगत 24 जुलाई की सुबह खदान के कर्मचारियों की तनख्वाह के 90 हजार रुपये लेकर पुराधनकुआँ जा रहा था। ग्राम उदयपुरा के बंगलन तिराहे से वह कम्पनी के डम्पर में सवार होकर रवाना हुआ। ग्राम कंचनपुरा व ककड़ारी के बीच तलघटा नाले की पुलिया के पास दो बाइक पर सवार होकर आये चार नकाबपोश बदमाशों ने तमंचा अड़ाकर सुपरवाईजर से 90 हजार रुपयों से भरा बैग लूट लिया था। सूत्रों के अनुसार घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश भागते समय बंगलन तिराहे के पास एक खेत में घुस गये थे। जहाँ उनकी बाइक कीचड़ से सन गयी थी। किसी प्रकार बाइक को बाहर निकालकर बदमाश पुन: भागे थे। रास्ते में ग्राम जरावली के पास उन्होंने एक दुकान से पेट्रोल भी माँगा था। यह कयास लगाये जा रहे है कि बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद टीकमगढ़ जिले में ही पनाह लिये होंगे। इस आशका को दूर करने के लिए गत दिवस क्राइम ब्राँच व बानपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार यादव ने टीकमगढ़ व मोहनगढ़ पुलिस से सम्पर्क साधकर न केवल घटना की जानकारी दी थी, बल्कि सहयोग भी माँगा था। सूत्रों के अनुसार टीकमगढ़ पुलिस ने अपने क्षेत्र के शातिर बदमाशों की फोटो दिखाने के अलावा अन्य जानकारियाँ भी पुलिस को दीं। जिसके आधार पर पुलिस ने मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर व अन्य जनपदों में बदमाशों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज कर दिया है।
::
बॉक्स
::
तमंचा अड़ाते ही माँगा था बैग
ललितपुर: घटना की पड़ताल में जुटी पुलिस को इस मामले में कई जानकारियाँ हाथ लग रही है। मसलन, घटना के वक्त डम्पर चालक सोनू सिंह व सुपरवाइजर प्रमोद को तमंचा अड़ाने के बाद नकाबपोश बदमाशों ने सुपरवाईजर से सीधे रुपयों से भरा बैग माँगा था। जिससे यह स्पष्ट है कि बदमाशों को यह भलीभाँति पता था कि प्रमोद के बाद बैग में 90 हजार रुपये है। आमतौर पर लूट की घटनाओं में बदमाश तमंचा अड़ाकर रुपया, पैसा माँगते है, लेकिन लूट की उपरोक्त घटना में बदमाशों ने सीधे 90 हजार रुपयों से भरा बैग माँगा था। जो यह बताने के लिए काफी है कि बदमाशों को अपना लक्ष्य पहले से ही पता था और वे यह भी जानते थे कि प्रमोद डम्पर में सवार होकर ही पुराधनकुआँ गाँव जा रहा है। इस घटना में और भी कई ऐसे पहलू है, जो बताते है कि किसी आस्तीन के साँप ने ही अपनों को विषदन्त गड़ाये है। फिलहाल वह आस्तीन का साँप कौन है? पुलिस के लिए यह भी एक बड़ा सवाल है।