जीरो बैलेंस पर खुलवायें जेएसवाई लाभार्थियों के खाते
ललितपुर ब्यूरो :जिलाधिकारी ओ.पी.वर्मा की अध्यक्षता में 22 जुलाई को जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों के जीरो बैलेंस पर बैंकों में खाते खुलवायें। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा भी की।
जिलाधिकारी ने चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को अकाउण्ट पेयी चैक के माध्यम से भुगतान किया जाये। इसके लिये उनका बैंकों में जीरो बैलेंस पर खाता खुलवाया जाये। चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी लाभार्थी को अकाउण्ट खुलवाने में कोई परेशानी है तो वह सम्बन्धित बैंक मैनेजर से सम्पर्क कर लाभार्थियों के खाते खुलवायें। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरन आईसीडीएस एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह आँगनवाड़ी केन्द्रों एवं विद्यालयों में परीक्षण के दिवस शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराने की व्यवस्था करे। जनपद में होने वाले नसबंदी शिविरों में जिला स्तरीय उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कैम्प के दिन व्यवस्था हेतु पूरे समय उपस्थित रहेगे।
वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिये 39 लाख 86 हजार 70 हजार की राज्य स्तर पर तैयार की गई जनपद स्तरीय कार्ययोजना को महाप्रबंधक नियोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन लखनऊ द्वारा संशोधित कर भारत सरकार को स्वीकृति हेतु भेजने के लिये समिति द्वारा अनुरोध किया। बैठक में एनसीडी सेल की भी समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि सेल में फिजियोथैरेपी की बेहतर सुविधा उपलब्ध है। लिहाजा ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिलना चाहिये। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिये कि जिन मरीजों को फिजियोथैरेपी की जरूरत है उन्हे जिला अस्पताल स्थित एनसीडी सेल के फिजियोथैरेपी सेन्टर तक जरूर पहुंचायें। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की अन्य योजनाओं की समीक्षा करते हुये लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.सी. निरजन, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेशचन्द्र दुबे, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी एनएचएम डॉ. डीसी दोहरे, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (पुरुष) डॉ. आर.पी.सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (महिला) डॉ. हरेन्द्र सिंह चौहान, डीपीआरओ, डीपीएम एनएचएम ऋषिराज सिंह, डीसीपीएम विजय सिंह, प्रधानाचार्य जीजीआईसी पूनम मलिक, डॉ. एसपी पाठक के अलावा एमओआईसी एवं अधीक्षक उपस्थित रहे।