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फोटो - 26 एलटीपी- 2
ललितपुर : आग के शोलों से दहकतीं दुकानें।
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ललितपुर : आग को बुझाते दमकल कर्मी।
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ललितपुर : आग बुझने के बाद घटना स्थल पर लोगों की लगी भीड़।
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ललितपुर : आग से जलकर खाक हो गए पलंग व खोके।
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ललितपुर : रोते-बिलखते पीड़ित दुकानदार।
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फोटो - 26 एलटीपी- 7
ललितपुर : घटना स्थल का मुआयना करने पहुचे एडीएम व अन्य अधिकारी।
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भीषण आग से शोलों में बदल गयी पाँच दुकानें
हैण्डलूम व फर्नीचर स्वाहा, लाखों का नुकसान
आग की लपटे व धुँआ देखकर सहम गये लोग
फायर बिग्रेड व जल संस्थान ने कड़ी मशक्कत कर पाया आग पर काबू
ललितपुर ब्यूरो
बुधवार की सुबह कोतवाली अन्तर्गत सदरकाँटा के नजदीक भीषण आग लगने से हैण्डलूम व फर्नीचर की पाँच दुकानें देखते ही देखते आग के शोलों में बदल गयी। इस भीषण अग्निकाण्ड में लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं इन दुकानों में रखा हैण्डलूम का सामान, फर्नीचर व एक बाइक जलकर खाक हो गयी। हादसे की खबर पाकर मौके पर पहुँची फायर बिग्रेड व जल संस्थान के टैकरों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना की भीषणता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आग की लपटे जहाँ आसमान छूने को बेताव थी, तो वहीं धुँए का गुबार शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक देखा गया था। घटना की खबर फैलते ही मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गयी थी।
सदरकाँटा पर पानी की टकी जाने वाले मार्ग पर गुलाब खान पुत्र खान मोहम्मद निवासी नेहरूनगर, अभिषेक गुप्ता, रोहित गुप्ता पुत्रगण प्रेमनाथ निवासीगण नझाई बाजार, आजाद खान पुत्र काले खान निवासी मोहल्ला लेंड़ियापुरा व आसीन खान पुत्र शहाबुद्दीन खान निवासी मोहल्ला अजीतापुरा की हैण्डलूम की दुकानें है। उक्त दुकानदार बाँस, बल्ली व फट्टियों की मदद से दुकान बनाये हुए थे। जिसमें गुलाब खान रजाई, गद्दा, तकिया, रोहित गुप्ता व अभिषेक गुप्ता रजाई, गद्दा, सोफा, पलंग, कुर्सी, हैण्डलूम आदि सामान बेचता था। इसी प्रकार आजाद खान अपनी दुकान में लोहे की अलमारी, बक्सा बेचने के अलावा रजाई, गद्दों में रुई आदि भरने का काम करता था। आसीन खान भी रजाई गद्दा भरने के अलावा हैण्डलूम का सामान बेचता था। सभी दुकानदार रात्रि में अपनी दुकानों में सोते थे। बुधवार की सुबह करीब 9 बजे आसीन खान की दुकान की ओर से अचानक आग की चिंगारी नजर आयी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उक्त चिंगारी भड़क कर शोलों में बदल गयी। देखते ही देखते एक के बाद एक पाँचों दुकानें आग की चपेट में आ गयी। पलक झपकते ही यह भड़की आग शोलों में बदल गयी। धुंए का गुबार व आग की लपटे देख दुकानदारों में भगदड़ मच गयी और वे इधर-उधर भागने लगे। यह खबर फैलते ही आसपास के दर्जनों लोग मौके पर आ गये। उन्होंने अपनी निजी संसाधनों से आग पर काबू पाने का प्रयास करना शुरू कर दिया, तो वहीं दुकानदार किसी प्रकार आग की लपटों से घिरी अपनी दुकान में रखे रजाई, गद्दे व अन्य सामान को बचाने की जद्दोजहद में जुट गये। आग का रौद्र रूप देखते ही बनता था। चूँकि दुकानों में रजाई, गद्दे, रुई व फर्नीचर रखा हुआ था अत: आग तेजी से फैलती गयी। आग की लपटे आसमान छूने को बेताव थी, तो वहीं धुंए का उठता गुबार शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक देखा जा रहा था। यही वजह है कि धुंए के गुबार व आग की लपटों को देखकर दूर-दूर से लोग भागकर मौके पर आ गये। सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड व जल संस्थान के टैंकर मौके पर पहुँच गये। बचाव दल के कर्मियों ने मौजूद दर्जनों लोगों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया। इस दौरान पानी खत्म हो जाने के कारण फायर टैंकर व जल संस्थान के टैकर बार-बार पानी भरने के लिए आते-जाते रहे। तब तक लोग भी तेजी से आग पर पानी फेंकते रहे। आग का विकराल रूप देखकर मौके पर मौजूद सैकड़ों लोग सहम उठे थे। ज्यों-ज्यों आग बुझाने के प्रयास किये जा रहे थे, त्यों-त्यों वह और भड़क रही थी। घटना की सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी सदर रामसुरेश वर्मा, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक एमपी तिवारी, फायर स्टेशन ऑफिसर रामदास निराला, सदर चौकी इचार्ज सुभाष चन्द्र, मण्डी चौकी इचार्ज रामअवतार के अलावा विद्युत विभाग के अवर अभियन्ता एसके भट्टाचार्य व जल संस्थान के अधिकारी मौके पर पहुँच गये थे। चूँकि घटनास्थल के नजदीक से विद्युत तार गुजरे हुए थे अत: आनन-फानन में विद्युत आपूर्ति को भी बन्द करा दिया गया था। करीब 2 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी प्रकार आग के शोलों पर काबू पा लिया गया था, लेकिन तब तक सब कुछ तबाह हो गया था। इस घटना में रोहित गुप्ता की दुकान में रखी उसके मित्र रीतेश साहू की हीरो होण्डा स्प्लेण्डर बाइक भी जलकर खाक हो गयी थी। इस घटना में लाखों का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं लकड़ी व लोहे का फर्नीचर पलंग आदि भी इस भीषण अग्निकाण्ड की भेंट चढ़ गये। पीड़ित दुकानदार रोहित गुप्ता ने बताया कि इस अग्निकाण्ड में उसकी दुकान में रखे 35 हजार रुपये भी जलकर खाक हो गये। इस घटना से दुकानदारों के ऊपर तो मानों मुसीबतों का पहाड़ ही टूट पड़ा है। दुकानदारों के परिजनों को जैसे ही घटना की जानकारी मिली तो वे भी भागकर मौके पर आ गये और उनमें कोहराम मच गया। बिलखते परिजनों का करुण कृन्दन देखकर मौके पर मौजूद लोगों की भी आँखें नम हो गयी थी। इस सारे घटनाक्रम में यह एक बड़ा सवाल है कि आखिर आग कैसे लगी? फिलहाल पुलिस भी इस पूरे घटनाक्रम की गहराई से पड़ताल कर रही है।
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सब्जी का हाथ ठेला भी चढ़ा आग की भेंट
ललितपुर: घटना स्थल के नजदीक प्रेम पत्नी केशव कुशवाहा निवासी तलैयापुरा अपनी सब्जी का ठेला लगाये हुये थी। आग भड़कने के कारण वह भी अपने ठेले को मौके पर छोड़कर भाग गयी,
जिससे सब्जी से भरा उसका ठेला भी आग की चपेट में आकर खाक हो गया।
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तो हो जाता बड़ा हादसा
ललितपुर: दुकानों में लगी आग एक के बाद एक दुकान को अपनी चपेट में लेती जा रही थी। जिसके कारण हादसे की भीषणता और अधिक बढ़ रही थी। मौके पर मौजूद आग बुझा रहे लोगों ने अन्तिम छोर पर स्थित गुलाब खान की दुकान के पास तेजी से पानी की बौछार की, जिससे आग बढ़ नहीं सकी। यदि समय रहते इस पर काबू नहीं पाया जाता, तो हादसा और भी बड़ा हो सकता था।