अंधाधुंध बिजली कटौती ने उड़ाई नींद, मचा हाहाकार
लखीमपुर : रोस्टर को ताक पर रखकर की जा रही अंधाधुंध कटौती ने लोगों की नींद उड़ा दी है। मौसम के बढ़ते पारे और बिजली की आंख मिचौली ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। चिपचिपी गर्मी में लोगों का सोना मुश्किल हो रहा है। अनिद्रा व सिर दर्द के रोगियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। सुबह-शाम बिजली आपूर्ति का दावा करने वाले बिजली विभाग के अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं।
शहर में करीब एक माह से बिजली की अंधाधुंध कटौती जारी है। इससे कई बार शहर की जलापूर्ति तो प्रभावित होती ही है। कामकाज भी प्रभावित होता है। जहां जनरेटर लगे हैं वहां की बात तो जाने दीजिये पर जहां जनरेटर तक नहीं है वहां सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में कंप्यूटर इत्यादि ठप हो जाने से काफी देर तक कार्य प्रभावित रहता है। सड़कों पर सुबह शाम चलने वाले जनरेटर ध्वनि व वायु प्रदूषण बढ़ाकर पर्यावरण के लिए हर रोज खतरा बढ़ाते रहते हैं।
मंगल व बुधवार की पूरी रात बिजली गायब रही, बुधवार को दिन में 11 बजे से गई बिजली शाम को पांच बजे आई फिर सात बजे चली गई। गुरुवार को भी पहले सुबह पांच बजे से आठ बजे तक बिजली गायब हुई। आठ बजे सिर्फ आधे घंटे के लिए आई बिजली साढ़े आठ बजे गई तो शाम सात बजे तक नहीं आई।
फरधान संवादसूत्र के मुताबिक क्षेत्र में आए दिन बिजली कटौती होती रहती है। रोस्टर का कोई अता-पता ही नहीं रहता है। कभी दिन-रात बिजली रहती है तो कभी पूरे-पूरे सप्ताह बिजली के दर्शन नहीं होते हैं।
सपूर्णानगर संवादसूत्र के मुताबिक थाना क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र से दस घंटे बिजली न मिलने से क्षेत्र के उपभोक्ताओं में रोष है। कुछ दिन पहले बिजली सुचार रूप से न मिलने पर कस्बा संपूर्णानगर के ग्रामीणों व नगर व्यापार मंडल ने विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचकर नारेबाजी की थी और बिजली सुचारु रूप से दिए जाने की मांग की थी। लेकिन अभी भी बिजली आपूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकी है। इसको लेकर विद्युत उपभोक्ताओं में प्रबल रोष व्याप्त है।