गांव के पास खेत में मिला वृद्ध का शव
बेहजम(लखीमपुर) : थाना नीमगांव क्षेत्र के कस्बा बेहजम चौकी के ग्राम लूकेपारा निवासी बंशीलाल (62) का श
बेहजम(लखीमपुर) : थाना नीमगांव क्षेत्र के कस्बा बेहजम चौकी के ग्राम लूकेपारा निवासी बंशीलाल (62) का शव सुबह खेत में बरामद हुआ। बंशी के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस भी इसे हत्या मान रही है। घटनास्थल पर पहुंचे चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने परिवार के ही छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
परिवारीजनों के मुताबिक बंशीलाल रोज की तरह बुधवार की शाम को खाना खाकर घर के बाहर बगले में पड़े तख्त पर लेटकर सो गए। सुबह जब छोटी लड़की बाहर निकली तो देखा की बंशीलाल नहीं थे। घरवालों ने सोचा कि शायद वह शौच के लिए गए होंगे। जब काफी देर तक नहीं आए तो लोग ढूंढने लगे। तब तक बाछेपारा गांव के पास शव मिलने की जानकारी हुई। घरवालों ने शव की शिनाख्त बंशी के रूप में की। शव बहादुरापुर निवासी लाखन के खेत में मिला व कपड़े कुछ दूरी पर बाछेपारा निवासी सधारी के खेत में पड़े मिले। साथ में कुछ लाही के मुट्ठा अगौछे पर चढ़े मिले। आशंका जताई जा रही है कि बंशी की हत्या कर शव दूसरे खेत में डाल दिया गया। बंशी के सिर में पीछे चोट का निशान व कान पर खून बहने से पता चलता है कि पहले किसी चीज से प्रहार किया गया है, फिर गला दबा कर हत्या की गई है। बाद में शव को डाल दिया गया। मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी ने माना कि हत्या कर शव को दूसरी जगह डाला गया है। शव पोस्टमार्टम कर जिला मुख्यालय भेज दिया गया है। बंशीलाल के छोटे दामाद रमेश कुमार ने परिवार के ही मोहन लाल, बाबू पुत्र म कू, बीरेंद्र पुत्र फक्का, जगदीश पुत्र लल्लू, नीरज पुत्र जगदीश, मुंशी पुत्र बाबू सहित छह लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कहीं जमीन तो नहीं हत्या की वजह
संवादसूत्र, बेहजम: लूकेपारा निवासी बंशीलाल की मौत का कारण कहीं नौ बीघा जमीन तो नहीं बन गई। यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि करीब एक माह पूर्व बंशी ने अपनी तीनों लड़कियों के नाम जमीन की वसीयत कर दी थी। इसकी जानकारी एक सप्ताह पूर्व ही भाईयों को पता चली थी, तब से उसके भाईयों का रवैया बदल गया था और भाई बाबूराम, जगमोहन उससे रंजिश मानने लगे थे। कुछ दिन पूर्व खेत सींचने गए बंशी को उसके भाईयों ने अपने खेत से पाइप हटवा दी थी और गाली गलौज भी किया था। तब बंशीलाल ने दूसरी बो¨रग से लंबी पाइप डाल कर खेत की ¨सचाई की थी।