तीसरे दिन भी जारी रही ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल
लखीमपुर: जीडीएस कमेटी की रिपोर्ट को एआईजीडीएसयू के दिए गए सुझावों के साथ लागू किए जाने सहित चार स
लखीमपुर: जीडीएस कमेटी की रिपोर्ट को एआईजीडीएसयू के दिए गए सुझावों के साथ लागू किए जाने सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवकों की प्रधान डाकघर के सामने तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। ग्रामीण डाक सेवक अपनी मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर हैं। हड़ताल के चलते जिले के करीब 200 शाखा डाकघर बंद रहे। डाकघरों में ताले लटकने के कारण डाकघर का सारा कार्य प्रभावित रहा। हड़ताल के चलते उप डाकघरों में डाक के थैले बंधे पड़े रहे जिन्हें वितरण के लिए नहीं भेजा जा सका। ग्रामीण डाक सेवकों के हड़ताल के चलते ग्रामीण उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। केंद्रीय आवाहन पर ग्रामीण डाक सेवक चार सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार से हड़ताल पर हैं। 300 ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण ग्रामीण उप डाकघरों का काम काम पूरी तरह से बाधित रहा। प्रदेश अध्यक्ष एमएस खान के नेतृत्व में ग्रामीण डाक सेवक धरना स्थल पर एकत्र हुए और नारेबाजी की। जिला मंत्री चंद्रकांत मिश्र ने कहा कि ग्रामीण डाक सेवकों की बेमियादी हड़ताल मांगे पूरी होने तक जारी रहेगी। ग्रामीण डाक सेवकों से आठ घंटे कार्य लिया जाए और विभागीयकरण किया जाए। ग्रामीण डाक सेवकों की वर्षों से चली आ रही मांग पेंशन लागू की जाए, केंद्रीय कैद एवं मदरास बैच के आदेशों के अनुसार ग्रामीण डाक सेवकों को पेंशन लागू किया जाए। जीडीएस का उत्पीड़न बंद किया जाए। दूसरे दिन धरने पर आरती मिश्रा, आरती देवी, कपिल ¨सह, वसीम अहमद, राजेंद्र प्रसाद, बालकराम, आदेश कुमार, संजीव कुमार, कीर्ति लाल शर्मा, सुरेश चंद्र जायसवाल, विनोद पांडेय व रिजवान अहमद आदि मौजूद रहे।