फार्मासिस्ट मरीजों को बांट रहे एक्सपायरी दवाएं
खीरीटाउन (लखीमपुर): खीरी कस्बे की पीएचसी में मरीजों की सेहत के साथ किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा, इसका
खीरीटाउन (लखीमपुर): खीरी कस्बे की पीएचसी में मरीजों की सेहत के साथ किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा, इसका नमूना सुबह उस समय देखने को मिला जब महिला मरीज को पीएचसी से इलाज के लिए एक्सपायरी दवाएं दी गईं। पुराना फटा रैपर देख महिला को शक हुआ तो उसने लोगों को दिखाया। महिला को दी गई दवाएं एक्सपायर थीं। पीएचसी में कोई डॉक्टर तैनात न होने की वजह से पूरी पीएचसी एक फार्मासिस्ट के सहारे चल रही है। फार्मासिस्ट डॉक्टर बनकर मरीजों को देख रहे हैं और उनको दवाएं भी दे रहे।
कस्बा खीरी की 19 वर्षीय युवती दिलकुशा सुबह दस बजे पीएचसी पर दवा लेने गई। पीएचसी में मौजूद फार्मासिस्ट ने युवती से मर्ज के बारे में जानकारी ली और दवाएं दे दी। रैपर काफी पुराना देखकर उसे कुछ शक हुआ तब उसने आस-पास के लोगों को दिखाया तो दवा देखकर लोग दंग रह गए। युवती को दी गई दवाएं एक्सपायर हो चुकी थीं।
बेड पर आराम फरमा रहे थे लैब टेक्नीशियन
कस्बा खीरी के पीएचसी में मौजूदा समय में फार्मासिस्ट समेत दस कर्मचारी तैनात हैं। दो बेड वाले पीएचसी में शायद ही कभी कोई मरीज भर्ती हुआ हो, लेकिन मरीजों के बेड कर्मचारियों की आरामगाह बने हैं। लैब टेक्नीशियन दिन में लगभग दस बजे गहरी नींद में सो रहे थे।
बंद पड़े आवास, नहीं मिलते कर्मचारी
कस्बा खीरी में करोड़ों की लागत से बने पीएचसी में डॉक्टर समेत पांच कर्मचारियों के आवास पीएचसी परिसर में बने हैं। पीएचसी में आज तक कोई कर्मचारी नहीं रहा। परिसर में बने सभी आवासों की खिड़की, दरवाजे टूट चुके हैं। आवास काफी जर्जर हो चुके हैं। दो बजे के बाद यहां एक भी कर्मचारी ढूंढे नहीं मिलता है। इमरजेंसी की कोई व्यवस्था नहीं है। पूरी प एचसी में कुल दस कर्मचारी तैनात हैं, लेकिन एक, दो के अलावा कोई नहीं मिलता है। हैरत यह कि रजिस्टर पर सब हाजिर रहते हैं। दो बजे के बाद पीएचसी पर अराजक तत्वों का कब्जा हो जाता है पीएचसी परिसर में जुएं के अड्डे सज जाते हैं।
क्या कहते सीएमओ
सीएमओ जावेद अहमद का कहना है कि खीरी टाउन में लंबे समय से डॉक्टर नहीं है। चिकित्सक की मांग की गई है। नए डॉक्टर के आने पर तैनाती हो जाएगी।