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पान की पीकों से बदरंग होती स्वच्छता की तस्वीर

लखीमपुर : कहा जाता है कि स्वच्छता स्वास्थ्य की जननी है। किसी भी सरकारी दफ्तर के अनुशासन का अंदाज भी

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Mar 2017 10:25 PM (IST)Updated: Thu, 23 Mar 2017 10:25 PM (IST)
पान की पीकों से बदरंग होती स्वच्छता की तस्वीर
पान की पीकों से बदरंग होती स्वच्छता की तस्वीर

लखीमपुर : कहा जाता है कि स्वच्छता स्वास्थ्य की जननी है। किसी भी सरकारी दफ्तर के अनुशासन का अंदाज भी वहां की सफाई व्यवस्था से लगाया जा सकता है, लेकिन शहर के ज्यादातर सरकारी कार्यालय पान की पीकों से रंगे हैं। शहर का जिला अस्पताल हो या परिवहन विभाग का कार्यालय, या फिर विकास कार्यों का केंद्र जिले का विकास भवन ही क्यों न हो। पान की पीकों से कोई भी दफ्तर बचा नहीं है। शहर की नगर पालिका और मुख्य डाकघर के भवन में भी आपको दीवारें रंगी मिल जाएंगी। ऐसा नहीं कि इन दफ्तरों में स्वच्छता संबंधी निर्देश नहीं लिखे हैं, लेकिन प्राय: लोग थूकते भी वहीं हैं जहां थूकना मना होता है। ऐसे कई उदाहरण आपको मिल जाएंगे। प्रदेश शासन के स्वच्छता संबंधी आदेश के बाद इन कार्यालयों ने भी सफाई की शुरुआत करा दी है। जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड, हृदय रोग वार्ड तथा आसपास अनेक जगहों पर पान की पीकें व बिखरा हुआ कचरा कभी भी देखा जा सकता है।

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अस्पताल के ऐसे अन्य कई वार्ड हैं जहां पर अभी भी सफाई का अभाव रहता है। इसके अलावा विकास भवन जहां विकास के अलावा अन्य कई विभाग भी हैं। यहां भी दीवारों पर पान की पीकें दिखाई दीं। वहीं नगर पालिका भी इससे अछूती नहीं रही है। वह अभी दीवारों पर पीकों के दाग दिखाई दिए। इसके अलावा सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में तो दीवारें पूरी तरह से रंगी दिखाई दीं। लोक निर्माण विभाग तथा अन्य कई ऐसे सरकारी भवन आपको दिख जाएंगे जहां इस तरह पान की पीकों के दाग पड़े होंगे। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में एआरटीओ प्रशासन श्वेता वर्मा तथा एआरटीओ प्रवर्तन पीके ¨सह ने कर्मचारियों तथा वाहन चालकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई है। एआरटीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि शासन की ओर से प्रत्येक अधिकारी अपने कार्यालय, निवास तथा आसपास के क्षेत्र को साफ रखने में योगदान देगा। इसके लिए वह सप्ताह में 2 घंटे के हिसाब से साल में 100 घंटे स्वयं भी श्रमदान करेगा। श्वेता वर्मा ने बताया कि इस बारे में प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला से उनकी वीडियो कांफ्रे¨सग भी हो चुकी है। कार्यालय के साफ-सफाई के लिए करीब 40,000 का बजट भी शासन से मिला है। उन्होंने जिला पंचायत सभागार में अपने कार्यालय के कर्मचारियों को निरंतर स्वच्छता बनाए रखने की शपथ दिलाई।


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