'दिन भले ही खराब हो दिल साफ रहना चाहिए'
तिकुनिया (लखीमपुर) : कस्बे में चल रही श्रीमद भगवत कथा में कथावाचक शिवचरण महाराज ने ध्रुव चरित्र, सृ
तिकुनिया (लखीमपुर) : कस्बे में चल रही श्रीमद भगवत कथा में कथावाचक शिवचरण महाराज ने ध्रुव चरित्र, सृष्टि रचना, जड़भरत, अजामिल कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जब माता के गर्भ से भक्त पैदा होता है तो वह 21 पीढ़ी का उद्धार कर देता है। जिनमें सात पीढ़ी मातृ पक्ष की सात पीढ़ी पिता पक्ष की तथा बाकी सात पीढ़ी ससुर पक्ष की होती हैं।
उन्होंने कहा कि उसी माता का जीवन सफल है, जिसका बेटा भगवान का भक्त हो। जड़ भरत का विवरण बताते हुए कथा वाचक ने कहा कि राजर्षि भरत ने जब मृग शरीर का त्याग किया, तो उन्हें ब्राह्माण का शरीर प्राप्त हुआ। ब्राह्माण का शरीर प्राप्त होने पर भी उन्हें अपने पूर्व-जन्म का ज्ञान पहले की ही भांति बना रहा। इसी प्रकार कथावाचक ने सृष्टि रचना एवं अजामिल कथा पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के दिन भले ही कितने खराब हो मगर उसे अपना दिल कभी खराब नहीं करना चाहिए। इस अवसर पर गजानंद गोयल, हरिराम अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, सिद्धार्थ जैन, बबली अग्रवाल, लिलिमा जैन आदि उपस्थित रहे।