Move to Jagran APP

किसानों ने सीखे गन्ने के बेहतर उत्पादन के गुर

लखीमपुर: कृषक सहकारी गन्ना समिति में कृभको में तरल जैव उर्वरक प्रोन्नति कार्यक्रम का आयोजन किया। इसम

By Edited By: Published: Sat, 01 Oct 2016 10:28 PM (IST)Updated: Sat, 01 Oct 2016 10:28 PM (IST)

लखीमपुर: कृषक सहकारी गन्ना समिति में कृभको में तरल जैव उर्वरक प्रोन्नति कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला गन्ना अधिकारी जगदीश चंद्र यादव मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने की। शाहजहांपुर कृभको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक एसपी ¨सह ने रासायनिक उर्वरकों के साथ कृभको कंपोस्ट एवं तरल जैव उर्वरक के प्रयोग पर बल दिया। कृषि वैज्ञानिक डॉ. राघवेंद्र ¨सह ने किसानों को गन्ने की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गन्ने का मुख्य रोग रेड रॉड की पहचान व उसकी रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि किसान मृदा परीक्षण कराने के बाद ही नई फसल लगाएं। खेत में कार्बन की मात्रा चार प्रतिशत होनी चाहिए। इसकी मात्रा घटकर 0.50 प्रतिशत पहुंच गई है। इसके कारण रासायनिक उर्वरक डालने के बाद भी उत्पादन नहीं बढ रहा है। किसानों की उत्पादन लागत बढ रही है और लाभ कम हो रहा है। उन्होंने किसानों से अपना उत्पादन बढाने के लिए खेतों में गोबर की खाद, कंपोस्ट खाद और तरल जैव उर्वरक प्रयोग करने की अपील की।जिला गन्ना अधिकारी जगदीश चंद्र यादव ने कहा कि लोग अपने गन्ने का सट्टा और गन्ना सर्वेक्षण त्रुटि होने पर 15 अक्टूबर तक संशोधित करा लें। गन्ना विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी किसानों को दी। समिति के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने कहा कि कृभको पिछले 25 वर्षों से उर्वरक व बीज समय से किसानों को उपलब्ध करा रहा है। क्षेत्रीय प्रतिनिधि जेपी ¨सह ने भी कृभको के बारे में जानकारी दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.