जरूरत के मुताबिक हो शहर का विकास
लखीमपुर : शहर को विकास कार्यों को लेकर नागरिकों भी मानना यही है कि विकास तो जरूरत के मुताबिक होना चा
लखीमपुर : शहर को विकास कार्यों को लेकर नागरिकों भी मानना यही है कि विकास तो जरूरत के मुताबिक होना चाहिए। जब व्यक्ति की सड़क, पानी, बिजली, जैसी आवश्यकता पूरी हो जाएगी तो विकास तो स्वत: हो जाएगा। जिन जगाहों पर जिस बात की आवश्यकता हो सभासद या नगर पालिका परिषद अध्यक्ष द्वारा पहले उन आवश्यकताओं की पूर्ति की जाए। शहर के अधिकांश ऐसे क्षेत्र हैं जहां टूटी-फूटी गलियों में अंधेरा रहता है। पथ प्रकाश की व्यवस्था शून्य होने से लोगों का आवागमन दुष्कर है। वहीं अधिकांश मुहल्ले बोर्ड गठन के 20 साल बाद भी जल भराव की समस्या से नहीं उबर सके। पार्किंग की समस्या तो शहर की सबसे बड़ी समस्या है, जिससे पूरे शहर का न केवल यातायात बाधित होता है। बल्कि जगह-जगह जाम की भी समस्या पैदा होती है। शहर की किसी भी सड़क पर निकल लाइए दो चार गड्ढे तो आपको आसानी से दिख जाएंगे। जिससे पैदल तो पैदल दुपहिया- तिपहिया वाहन से चलने वालों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश में जल भराव से बचने के लिए शहर में नाले-नालियों की संख्या तो बहुत है पर इनमें बहाव न होने से पानी नहीं निकलता। इन सभी समस्याओं को लेकर शहर वासियों का कहना है कि शहर की समस्याओं का सामाधान भी विकास ही अंग है। इसलिए पहले नगर वासियों की समस्याएं हल की जाए तो विकास भी साथ-साथ होता रहेगा। महाराज नगर निवासी सुबोध त्रिवेदी बताते हैँ कि गलियों में बारिश का पानी भरता है। नगर पालिका को सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुआ। वे अपने सभासद को दस में तीन नंबर देते हैं। इसी वार्ड की प्रगति मिश्रा बताती है। कि पथ प्रकाश की व्यवस्था न होने से, पूरी गली तें अंधेरा रहता है। गली के सामने तलैय्या से बारिश के मौसम में सांप निकलते हैं। वे सभासद को उसके कार्यों के लिए 10 में से 4 नंबर देती हैं। मुहल्ला ईदगाह वार्ड के दिलीप गुप्ता बताते हैं कि अधिकांश गलियां बन चुकी हैं, लेकिन पथ प्रकाश की कमी है। साथ ही सरकारी हैंडपंप भी लगने चाहिए। जो नहीं लगे हैं। वे सभासद को 10 में 5 नंबर देते हैं। इसी वार्ड की शिव कॉलोनी निवासी रामदेवी बताती हैं कि आधी दूर तक सड़क बनी है और साल भर से आधी सड़क अधूरी पड़ी है। सभासद का इधर कोई चेहरा तक नहीं जा जानता। जब मूलभूत सुविधाएं ही नहीं तो विकास कैसा। वे सभासद को 10 में से शून्य अंक देती हैं। नौरंगाबद निवासी आनंद अग्रवाल का कहना है कि वार्ड में सभी कुछ ठीक है पर मुख्य मार्ग पर सरकारी हैंड पंप की कमी है। साथ ही जलापूर्ति काफी धीमी रहती है वार्ड में कूड़ेदानों की भी कमी हैं। यह समस्या खत्म हो तो विकास होगा। वे सभासद को 10 में से 8 अंक देते हैं। मिश्राना वार्ड निवासी आसुतोष पांडेय बताते हैं कि शहर में पार्किंग की समस्या प्रमुख है। वार्ड में तो सड़कें, हैंडपंप की व्यवस्था दुरुस्त है। पर शहर में बाजार इत्यादि जाने पर वाहन ले जाने में मुश्किल होती है। वे अपने सभासद को 10 में 8 नंबर देते हैं। मुहल्ला संकटा देवी निवासी अपूर्व गुप्ता बताते हैं कि वार्ड में खुशवक्तराय स्कूल से बक्शा मार्केट तक जाने वाला मार्ग खराब है। जबकि यह गत वर्ष ही बना था। इसके अलावा सफाई बराबर होती है, पथ प्रकाश भी है। जलापूर्ति कई बार धीमी आती है। यदि यह समस्याएं हल हो जाए तो यह भी विकास का ही अंग है। इससे वार्ड आगे बढ़ेगा वे अपने सभासद को 10 में 5 नंबर देते हैं। शास्त्री नगर निवासी संजय रस्तोगी बताते हैँ कि कुछ जगहों पर सड़कें बनी है और कुछ जगहों पर अभी कच्चा रास्ता है। कई जगहों पर सीसी रोड भी टूटने लगी है। अधिकांश क्षेत्रों में जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए प्रयास होने चाहिए। पथ प्रकाश भी वार्ड में प्रर्याप्त नहीं हैं। यदि यह सब समय-समय पर ठीक होता रहे तो वार्ड विकसित होता रहेगा। वह अपने सभासद को दस में चार नंबर देते हैं। हाथीपुर कोठार वार्ड के मो. जाबिर बताते हैँ कि वार्ड में अनेक गलियां अभी भी नहीं बनी हैं। कई जगहों पर इंटर लॉ¨कग तक नहीं है कई जगहों पर सरकारी हैंडपंप भी नहीं हैँ। नालियां तक साफ नहीं होती हैं। यह सब विकास कार्यों के लिए जरूरी है। वे अपने सभासद को 10 में से तीन अंक देते हैं। मुहल्ला पंजाबी कॉलोनी निवासी जसवीर ¨सह वीरे बताते हैं वार्ड में सीसी सड़कें हैं पथ प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था है, लेकिन हैंडपंपों की कमी है। वह लगने चाहिए। साथ ही नालियों में पानी निकास की भी व्यवस्था होनी चाहिए। वह अपने सभासद को दस में छह नंबर देते हैं।