Move to Jagran APP

25 वर्षो से नहीं बन सका एक पुल

लखीमपुर : विकास की गंगा यहां सूखी है, बाकी सब तो छोड़िए एक पुल जो करीब पच्चीस साल से टूटा है उस पर भी

By Edited By: Published: Sun, 01 Mar 2015 09:19 PM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2015 09:19 PM (IST)
25 वर्षो से नहीं बन सका एक पुल

लखीमपुर : विकास की गंगा यहां सूखी है, बाकी सब तो छोड़िए एक पुल जो करीब पच्चीस साल से टूटा है उस पर भी नजर-ए-इनायत नहीं हो सकी। इस अकेले पुल की वजह से दर्जन भर गांव बीहड़ बन गए है। बरसात के दिनों में तो यह गांव दुनिया से लगभग कट ही जाते है।

loksabha election banner

हम बात कर रहे है धौरहरा से ग्राम पण्डित पुरवा जाने वाले मार्ग पर बरसो से टूटे पुल की। यह पुल नब्बे के दशक में बाढ़ के चलते टूट गया था। तब से आज तक हाल वैसा ही है। पुल के उस पार के दर्जन भर गांवों के लिए खासकर बरसात के दिनों में धौरहरा विदेश बन जाता है। धौरहरा और इन गांवों के बीच सैकड़ों रिश्तेदारियां भी है और इन गांवों के बा¨शदों की मूलभूत जरूरतें भी धौरहरा आए बगैर पूरी नहीं होती, लेकिन इस पुल के न होने के कारण इनका आवागमन बेहद दुरूह है। अभी तो ग्रामीण ही अपनी मेहनत और लागत से पुल के नीचे मिट्टी पाटकर अस्थाई रास्ता बना लेते है, लेकिन बरसात के दिनों में यहां नाव का ही सहारा होता है। यह पुल बनाने की मांग भी विभिन्न मंचों पर ग्रामीण लगातार करते रहे है, लेकिन न तो अफसरों की न नेताओ की ही नजर इस ओर पड़ी। काबिल-ए-गौर है कि यह इलाका राजनैतिक विद्वेश की वजह से भी उपेक्षित है। जिले के एक कद्दावर नेता का कृषि फार्म यहां के गांव में होने और उनके विपक्षी ग्राम प्रधान की अत्यधिक राजनैतिक सक्रियता के चलते छिड़ी राजनैतिक जंग का खामियाजा यहां के ग्रामीण भुगत रहे है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.