लहू है जमाव पर भीड़ है अलाव पर
लखीमपुर : मौसम है सर्दमोहर, लहू है जमाव पर चौपाल चुप है भीड़ लगी है अलाव पर। जी हां कुछ ऐसा ही हाल श
लखीमपुर : मौसम है सर्दमोहर, लहू है जमाव पर चौपाल चुप है भीड़ लगी है अलाव पर। जी हां कुछ ऐसा ही हाल शहर का गुजरे तीन दिनों से है। पारा अधिकतम 12 और न्यूनतम 8 डिग्री पर जा सिमटा है। सड़कों पर सैकड़ों गरीब, रिक्शेवाले, मजदूर, असपताल में मरीज व उनके तीमारदार गलन भरी ठंड में कांप रहे हैं। पूरे शहर में कहीं पर भी ठंड से बचने के कोई इंतजाम नहीं हैं। पालिका ने एक अदद रैन बसेरा तो सरकारी बसअडडे पर बनवा दिया लेकिन इस बसेरे में रैन कैसे कटेगी ये देखने और महसूस करने की जहमत कोई नहीं उठा रहा।
रेलवे स्टेशन हो या बसअडडा, अस्पताल हो या सदर चौराहा हर जगह लोग ठंड से कांपते दिखे। शनिवार को हांडकंपा देने वाली सर्दी में जागरण टीम ने शहर का भ्रमण कर रैेन बसेरों और अलावों की हकीकत देखी। आखों पर यकीन तो नहीं आया लेकिन एक शायर की ये लाइने बरबस ही याद आ गईं कि अगर हालात यही रहे तो वो दिन भी दूर नहीं जब हालात कुछ इस तरह से हो जाएंगे ::उठ रहे हैं अब जनाजे सिर्फ ठिठुरन ओढ़कर , इस तरह सारा शहर की बर्फ में सो जाएगा..
पहला सीन
ये है वो रैन बसेरा जहां पर रैन काटना किसी भी सजा से कम नहीं। बसेरे के अंदर का हाल भी जान लीजिए। चारों ओर से लगे पर्दे जो पूरी तरह से खुले हुए और बहुत पतले कपड़े के लगवाए गए। जिसमें मामूली हवा ाी एसी को मात कर जाए तो गलन भरी तेज हवाएं इसमें नम फर्श पर रहने वालों का क्या हाल करेंगी। बात यहीं पर खत्म नहीं न पताव, न गददा ओर न ही कंबल केवल एक अदद तंबू को बना दिया रेन बसेरा।
दूसरा सीन
वकत करीब 11 बजे। स्थान शहर का सरकारी बसअडडा। गलन भरी बर्फीली हवाएं ओर शांत पड़ा यातायात। ऐसे में यहां पर एक अदद अलाव नहीं दिखा जिसके सहारे गरीब गुरबे, रिक्शेवाले और यात्री वहां पर इंतजार कर पाएं। पालिका के नक्शे में तो यहां अलाव जल रहा है पर हकीकत उससे कोसों दूर।
तीसरा सीन
ये हाल हे दोपहर दो बजे शहर के रेलवे स्टेशन का । यहां पर हर साल की तरह इस साल अब तक न अलाव है और न ही रैन बसेरा। यहां पर बिना अलाव के यात्री और मजदूर खुद को एक अदद चादर में सिमेट कर कुछ ऐसे बेठे हैं जैसे ठंड उनको अपने साथ ही घसीट कर ले जाएगी। पूरे पलेटफार्म पर ठंड से बचने का कोई भी इंतजाम नजर नहीं आया।
चौथा सीन
पालिका ने अलाव नहीं जलाए तो शहर में जगह जगह लोगों ने अपने जुगाड़ से ही आग जलाई और धूनी रमा दी। हैरत ये कि इनको तापता देखने के बाद भी पालिका को कोई फिक्र नहीं हुई।
यहां जलने थे अलाव:::
जिला अस्पताल
जिला महिला अस्पताल
मेला मैदान चौराहा
रोउवेज बसअडडा
रेलवे स्टेशन
अनुपम नर्सिंग होम
संकटा देवी चोराहा
सदर चौराहा
कोतवाली गेट
अम्बेडकर पार्क चौराहा
बोलीं चेयरपर्सन
अलाव सभी जगह जलाए जा रहे हैं जहां पर नहीं जले हैं वहां पर वो खुद देखने जाएंगी। रैन बसेरे भी शहर में जल्दी ही चालू हो जाएंगे। ये कहना गलत हे कि अभी तक कहीं अलाव नहीं जला चार दिन पहले ही रोडवेज पर अलाव जलवाया गया था। शहर की जनता को कोई दिककत नहीं होने दी जाएगी।
डॉ. इरा श्रीवास्तव
अध्यक्ष
नगरपालिका परिषद