अभियान को मुंह चिढ़ा रहे जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर
लखीमपुर: ईसानगर कस्बे में स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है। जगह-जगह लगे कूडे़ के
लखीमपुर: ईसानगर कस्बे में स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है। जगह-जगह लगे कूडे़ के ढेर, नालियों से उठती दुर्गध, अस्पताल में फैली गंदगी प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के भारत स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है।
जहा पूरे भारत में प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान छेड़ कर एक नई क्रांति लाने की बात कही, वहीं कस्बे के रास्तों पर लगे कूड़े के ढेर इस अभियान को मुह चिढ़ा रहे हैं। सबसे पहले हम बात करते है कस्बे के मुख्य मार्ग की, गामा गोलंदाज के तिराहे से लेकर पुराने गन्ना सेंटर तक जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। इतना ही नहीं गंदगी के कारण सड़क का डामर तक नहीं दिखाई देता है। कस्बे के मध्य लगने वाली साप्ताहिक बाजार की दशा तो और भी दयनीय है। मंगलवार व शुक्रवार को लगने वाली इस बाजार में सफाईकर्मी की तानाशाही का आलम यह है कि जीवन-उपयोगी खाद्य सामग्री कूड़े के ढेरों पर बेची जाती है। नालियों में कूड़ा जमा होने से बजबजा रही हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सेंटर तक जाने वाला रास्ता तालाब बन कर रह गया है। कभी इस रास्ते पर कोई मरीज नहीं निकल पाता है। स्वास्थ्य केंद्र में भी कूड़े के ढेरों से उठती दुर्गध मरीजों के परेशानी का सबब बनी हुई है। सबसे अधिक समस्या तो फुटपाथ पर लगने वाली दुकानों ने बना रखी है। खाने के सामान बेचने वाले भी अपनी दुकानों के सामने की गंदगी साफ कर ढेर लगा कर इतिश्री कर लेते हैं। इस तरह ईसानगर में मोदी का स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत का अभियान औंधे मुंह नजर आ रहा है।