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कैसे साकार हो स्वच्छ भारत का सपना!

लखीमपुर : प्रधान मंत्री ने स्वच्छता अभियान का एलान किया तो लगा कि स्वच्छ भारत अभियान किसी कैनवस पर ल

By Edited By: Published: Wed, 29 Oct 2014 09:36 PM (IST)Updated: Wed, 29 Oct 2014 09:36 PM (IST)

लखीमपुर : प्रधान मंत्री ने स्वच्छता अभियान का एलान किया तो लगा कि स्वच्छ भारत अभियान किसी कैनवस पर लगाए गए उप कागज जैसा है जिस पर स्वच्छ भारत की तस्वीर बनाकर कुछ घंटे में काम खत्म हो जाएगा। एक दिन सरकारी व गैर सरकारी संगठनों ने झाड़ू लगाने के शानदार आयोजन किए, अतिथियों को मालाएं पहनाई। फिर साफ-सुथरे स्थानों पर नई-नई झाड़ू से कुछ देर की फर्ज अदायगी और बस हो गई स्वच्छता अभियान की इतिश्री। सरकारी विभागों ने भले ही रूचि न ली हो पर आम जन मानस ने भी इसका ठीकरा सरकारी संस्थानों के मत्थे मढ़ कर इसे किनारे कर दिया।

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शहर के बाजार प्रमुख मार्गो के किनारे गलियारों के चौक आस-पास लगे कचरे के ढेर मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। जब कि प्रधानमंत्री का साफ एलान था कि सरकारी महकमों के साथ-साथ इसमें व्यक्तिगत तौर पर स्वयं जनता भी रूचि ले तो स्वच्छ भारत अभियान सफल हो सकेगा, लेकिन चार दिन की चांदनी के बाद शुरू हुए अंधेरे पाख में एक आदमी नहीं दिख रहा है जो स्वयं भी इस अभियान का अंग बनना चाह रहा हो। शहर की देवकली रेलवे क्रासिंग से श्रीकृष्णा मैरिज हाल के सामने वाला रास्ता जो संकटा देवी पुलिस चौकी जाता है के किनारे महीनों से कचरे का ढेर लगा रहता है। जिससे करीब आधी सड़क ढकी रहती है। इस बारे में शहर के मुहल्ला गोटैय्या बाग निवासी अधिवक्ता विजय दीक्षित का कहना है कि इस कचरे से आधी सड़क ढकी रहती है। सीतापुर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने के बाद से इस सड़क पर जहां ट्रैफिक बढ़ा है वहीं गोला से आने वाले वाहनों में ट्रक व बसें भी इसी रोड से शहर में प्रवेश करते हैं, ज्यादा ट्रैफिक और सड़क पर जगह नही। ऐसे में दुर्घटनाओं की भी आशंका प्रबल हो जाती है। इसी जगह के डॉ. सदरूद्दीन भी बताते हैं कि चार दिन का अभियान और फिर गंदगी। महीने-महीने भर पड़े इस कचरे से बीमारी पैदा करने वाले मच्छर भी बढ़ रहे हैं। सामने व्यापारियों को भी दिक्कतें होती हैं। उधर बाजार में मुहल्ला संकटा देवी की एक गली ही कचरे से पट गई जिसके चलते लोग निकल नहीं पा रहे हैं। यहां के व्यापारी मंगूलाल का कहना है कि पूरी गली कचरे से पटी है। इसमें सुअर डेरा बनाए हुए हैं। कोई सफाई नहीं होती है। तेल के व्यापारी राजकुमार बताते हैं कि नगर पालिका को कई प्रार्थना-पत्र देने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ। किराने दुकान चलाने वाले राहुल, बिस्कुट एजेंसी वाले मुनीष कुमार सभी ने बताया कि नगर पालिका के सफाई कर्मी इधर नहीं आते। सफाई कौन करे? नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि ऐसे स्थानों को चिंहित कर सफाई कराई जा रही है। जहां अभी सफाई नहीं हो पाई उन स्थानों पर शीघ्र ही सफाई कराई जाएगी।


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