धनतेरस आज, सज गए बाजार
लखीमपुर : धनतेरस के पर्व पर बाजार में इस बार मद्रासी बर्तनों की धूम रहेगी। कटोरी, थाली, गिलास, दूध क
लखीमपुर : धनतेरस के पर्व पर बाजार में इस बार मद्रासी बर्तनों की धूम रहेगी। कटोरी, थाली, गिलास, दूध की डोलची, चम्मच समेत कई तरह के बर्तनों से बाजार में दुकानें सजने लगी हैं। हालांकि बाजार में इस बार पहले सी धूमधाम नहीं है फिर भी दुकानदारों ने अपनी दुकानें देर से ही सही पर सजाना शुरू कर दिया है। बाजार में ज्यादातर मद्रास के बने बर्तनों से दुकानें सज चुकी हैं।
धनवंतरि जयंती यानी धनतेरस के पर्व पर बाजार सजने लगे हैं, लेकिन इस बार बाजारों में पहले सी धूम नहीं है। जिन बाजारों में धनतेरस के चार दिन पहले निकलने की जगह नहीं होती थी वहां गलियां खाली हैं। त्योहारों से एक हफ्ता पहले ही बर्तनों से सज जाने वाली दुकानें अभी तक पूरी तरह लग नहीं सकी हैं। बाजार में इस बार मद्रासी बर्तन ज्यादा दिखाई पड़ रहे हैं। विक्रेताओं का भी कहना है कि मद्रास की चादर के बर्तन काफी टिकाऊ होते हैं। इनकी पॉलिश भी नहीं उतरती है। कई बर्तन नए डिजाइन के भी होने के कारण काफी आकर्षक है। धनतेरस पर इनकी बिक्री के लिए भी विक्रेता इन्हें सजाने में लगे हैं। बर्तन विक्रेता लक्ष्मी नरायण गुप्ता बताते हैं कि इस बार बाजार में मद्रास के बने बर्तन ज्यादा हैं। वैसे मुरादाबाद व अन्य जगहों के भी हैं, पर बर्तनों में मद्रास के बर्तन लोग काफी पसंद कर रहे हैं। बर्तन विक्रेता गोपाल सिंह बताते हैं कि मद्रास की चादर के बने बर्तन मजबूत व टिकाउ होते हैं। इनकी पॉलिश नहीं उतरती इसलिए लोग इन्हें ज्यादा पसंद करते हैं। लोगों की मांग मद्रास के बर्तन ही हैं। कृष्ण कुमार पांडेय बताते हैं कि मद्रास के बर्तन बाजार में काफी विक्रेता रखे हुए हैं। ज्यादातर लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं। पर मंदी का दौर है इसलिए इस बार खरीद धीमी होने के आसार हैं। इस बार करवे पर भी अच्छी बिक्री नहीं हो सकी थी। धनतेरस भी बहुत अच्छा नहीं जाएगा। नरेश पाठक का भी कहना है कि मंदी के रहते त्योहार प्रभावित होगा, लेकिन बाजार में मद्रास के बर्तन वो भी नई डिजाइनों में मौजूद हैं। हर बार की तरह अच्छी खरीद हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं। रामकृष्ण सिंह व अजय अग्रवाल भी बताते हैं कि बाजार में मद्रास के बर्तनों की काफी मांग है, लेकिन मंडी इस बार हल्की रहेगी। पहले कभी बाजार में धनतेरस के तीन दिन पहले से पैर रखने की जगह नहीं होती थी, पर अब तो गलियां खाली हैं।
शुक्रास्त और किसानों के कारण प्रभावित होगी खरीद
लखीमपुर : धनतेरस पर बर्तनों की खरीद व बाजार में उत्साह के नाम पर सभी व्यापारियों ने एक साथ जवाब दिया कि एक तो शुक्र अस्त है दूसरे किसानों का गन्ने का पैसा नहीं मिला। कहीं बाढ़ के कारण उनकी आर्थिक स्थितियां अच्छी नहीं रहीं। ऐसे में वे धनतेरस मनाएं भी तो खचाखच भर जाते थे वो अभी न केवल सज रहे हैं, बल्कि कई दुकानों पर तो अभी ग्राहकों की आमद ही शुरू नहीं हुई है।
ये है बाजार भाव
पीतल : 450 रुपये किलो से 500 रुपये किलो।
स्टील : 180 रुपये किलो से 400 रुपये किलो।
हिंडालियम : 350 रुपये किलो से 400 रुपये किलो।
एल्युमीनियम : 180 रुपये किलो से 250 रुपये किलो तक
इनसेट
रात्रि 11 बजे से शुरू हो गई धनतेरस
लखीमपुर : संकटा देवी मंदिर के पुरोहित पंडित कन्हैयालाल शास्त्री बताते हैं कि धनतेरस सोमवार की रात 11 बजे से लगेगी तथा मंगलवार की रात 12:30 बजे तक रहेगी। इस दौरान लोग पूजा-पाठ व बर्तनों की खरीद कर सकते हैं।