अनीस के पास हुनर का अनमोल खजाना
कुशीनगर: हर इंसान कुदरत का एक अनमोल हीरा है। ईश्वर ने हर मानव को कोई न कोई हुनर जरूर दिया है, जरूरत
कुशीनगर: हर इंसान कुदरत का एक अनमोल हीरा है। ईश्वर ने हर मानव को कोई न कोई हुनर जरूर दिया है, जरूरत है उसे पहचानने की। विकास खंड नेबुआ नौरंगिया के कोहरगड्डी गांव निवासी अनीस आलम उर्फ फिरोज भी ऐसे ही हुनरमंदों में से एक हैं। उनके पास हुनर का खजाना है। चावल व सरसों के दाने पर अपने कला का प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा भारत का मानचित्र उकेर कर उन्होंने अलग पहचान कायम कर ली है। चावल के टुकड़े पर भाजपा का चुनाव चिह्न कमल का फूल और सरसों के दाने पर देश का मानचित्र, तिरंगा के अलावा ¨हदी में जय व अंग्रेजी में ¨हद लिख उन्होंने मिशाल कायम कर दिया। पें¨टग का कार्य करने वाले अनीस द्वारा चावल के एक दाने पर शिखर वार्ता के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के साथ ताजमहल देख महराजगंज जनपद के निवर्तमान जिलाधिकारी रामजनम ¨सह द्वारा 20 जुलाई 2001 में सम्मानित कर उन्हें प्रशंसा पत्र भी दिया गया था। बतौर अनीस घर की माली हालत अच्छा न होने की वजह से कक्षा आठ तक की पढ़ाई पूरी कर महराजगंज जनपद के सिसवा बाजार में एक पेंटर के यहां एक वर्ष तक कार्य सीखा। इस दौरान एक मित्र द्वारा चैलेंज करने पर चावल के दाने उसका नाम लिख दिया। इसके बाद विचार आया कि सरसों के दाने पर भी पें¨टग किया जा सकता है। उन्होंने सरसों के दाने पर भारत का मानचित्र बनाया। निचलौल में कुछ दिनों तक निजी दुकान चलाया, कुछ समय बाद उसे बंद कर दिया। अनीस अब घर पर ही रहकर पें¨टग का कार्य करते है। अनीस ने सरसों के दाने पर पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व सपा का चुनाव चिह्न साइकिल, पूर्व राज्यपाल विष्णुकांत शास्त्री का चित्र भी बना चुके हैं।