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खुले में शौच कर रही चौंसठ फीसद आबादी

कुशीनगर: स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांवों को खुले में शौच मुक्त करने की राह आसान नहीं है। सुबह-शाम

By Edited By: Published: Thu, 29 Sep 2016 11:14 PM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2016 11:14 PM (IST)
खुले में शौच कर रही चौंसठ फीसद आबादी

कुशीनगर: स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांवों को खुले में शौच मुक्त करने की राह आसान नहीं है। सुबह-शाम गांवों में टोलियों द्वारा खुले में शौच करने पर रोक लगान की कवायद बेजा ही दिख रही है। पिछले एक वर्ष में विभाग ने 101 गांवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया है, लेकिन उन गांवों की हालत में कोई विशेष सुधार नहीं है। खुद विभाग इससे बाबस्ता रखता है कि 64 फीसद आबादी खुले में शौच कर रही है। इसको लेकर दो अक्टूबर पर विभाग की तैयारी है कि 50 गांव खुले में शौच मुक्त अर्थात ओडीएफ घोषित हों। इस पिछड़े जनपद में कुल 1121 ग्राम पंचायतें हैं। विभाग की मानें तो ग्रामीण क्षेत्र में 7 लाख 34 हजार परिवार चिह्नित किए गए है, जिनमें करीब तीन लाख परिवारों को शौचालय मुहैया करा दिया गया है। पिछले वर्ष कप्तानगंज के गांव सोनापाकड़ ओडीएफ का पहला गांव बना और धीरे धीरे गांवों की संख्या बढ़ती गई, परंतु उन गांवों की हालत पुराने ढर्रे पर है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कुशीनगर जनपद में अब तक जो लक्ष्य मिला है, उसके हिसाब से अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में अभियान के प्रति गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि नगरीय क्षेत्र में वर्तमान सत्र के लिए निजी शौचालय के पात्रों का चयन होने की प्रक्रिया चल रही है। नगर पालिका क्षेत्र में 40 हजार रुपये अभी इस मद में मिला है। बाकी नगर पंचायतों को भी इसमें शामिल करने की बात कही जा रही है।

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