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नाक, कान व गला के मरीजों का बुरा हाल

कुशीनगर: जनपद के इएनटी मरीजों का बुरा हाल है। यहां दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से इलाज कराने के लि

By Edited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 10:52 PM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 10:52 PM (IST)
नाक, कान व गला के मरीजों का बुरा हाल

कुशीनगर: जनपद के इएनटी मरीजों का बुरा हाल है। यहां दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचते हैं, पर डाक्टर नहीं रहने के कारण उन्हें निराश होकर लौट जाना पड़ता है। जनपद में कहने के लिए दो इएनटी स्पेशलिस्ट हैं, पर वे स्वयं बीमार हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से इएनटी मरीजों को जिला अस्पताल का रास्ता दिखाया जाता है तो जिला अस्पताल पहुंचने वाले ऐसे मरीजों को दूसरे दिन आने या कहीं और दिखाने के लिए कहा जाता है। जिला अस्पताल में तैनात नाक, कान व गला के डाक्टर एके मल्ल लंबे समय से कैंसर से पीड़ित हैं तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विशुनपुरा में तैनात इएनटी स्पेशलिस्ट संतोष प्रसाद भी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ये दोनों डाक्टर लंबे समय से अस्पतान नहीं जाते हैं। इन रोगों के पीड़ित मरीज प्राइवेट अस्पतालों में जाने के लिए बाध्य हो जाते हैं।

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इएनटी के मरीज होते हैं परेशान: सीएमएसपडरौना: सीएमस डा. एसके उपाध्याय का कहना है कि इएनटी स्पेशलिस्ट के नहीं रहने से इसके मरीजों को परेशान होना पड़ता है। कहा कि लंबे समय से संबंधित डाक्टर कैंसर से पीड़ित हैं, उनका आपरेशन भी हुआ है।

----इनसेटशासन को लिखा गया है पत्र: सीएमओपडरौना: मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अखिलेश कुमार ने कहा है कि इएनटी स्पेशलिस्ट की समस्या से शासन को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है। समस्या के शीघ्र समाधान का प्रयास किया जा रहा है।


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