आधी आबादी को नहीं है शक्ति का एहसास : मृदुला शर्मा
कुशीनगर : आधी आबादी को अपने अंदर निहित शक्तियों का एहसास नहीं है। नारी शक्ति सोई हुई है। जागृत होने
कुशीनगर : आधी आबादी को अपने अंदर निहित शक्तियों का एहसास नहीं है। नारी शक्ति सोई हुई है। जागृत होने का समय आ रहा है।
ये बातें ब्रह्मवादिनी मृदुला शर्मा ने गुरुवार को नगर के जूनियर हाईस्कूल परिसर में प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ में कथा के दौरान कही। कहा कि नारी पूजनीय है। इनकी उपेक्षा करने पर घर में शांति नही रहती। कहा कि प्राचीन काल में माता-बहनों ने हर क्षेत्र में शौर्य व पराक्रम का कार्य किया है। इसके अनेक उदाहरण है। चित्रकूट में अनसुईया ने तपस्या किया था, आपमें में भी अनसुईया हैं, लेकिन इसका एहसास आपमें नहीं है। महारानी लक्ष्मीबाई ने अपनी पीठ पर बच्चे को लाद अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी। महिलाएं भी आगे आए और कुछ खास करके नाम रोशन करें। कहा कि दो सौ महिला की आबादी पर एक महिला मंडल का गठन किया जाना चाहिए। जहां प्रौढ़ शिक्षा, बाल संस्कार, महिला स्वावलंबन जैसे कार्यक्रम संचालित किए जाने चाहिए।
इसके बाद प्रज्ञा पुराण कथा में कथा वाचिका मृदुला शर्मा ने परिवार निर्माण, समाज निर्माण र विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन दीप यज्ञ के साथ हुआ।
इस दौरान जिला संयोजक डा. दयाशंकर तिवारी, विनय कुमार मल्ल, सुधीर वर्मा, चंद्रभान प्रसाद, कृपा शंकर मिश्र, कृष्ण कुमार जायसवाल, शकुंतला मिश्र, कृष्णा शुक्ला, नील कमल अग्रवाल, सरस्वती देवी, ऊषा सिंह, रेणुका अग्रवाल, सुरेश मल्ल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।