.अर्घ्य के बाद छठ घाटों की नहीं ली सुधि
जागरण संवाददाता, पडरौना, कुशीनगर : छठ पर्व पर पूजन को लेकर जनपद के तालाब, पोखरों व घाटों की साफ स
जागरण संवाददाता, पडरौना, कुशीनगर : छठ पर्व पर पूजन को लेकर जनपद के तालाब, पोखरों व घाटों की साफ सफाई का उत्साह निश्चित ही सराहनीय रहा लेकिन अर्घ्य व पूजन के बाद पूरे दिन बिखरी रही गंदगी लचर व्यवस्था को जाहिर करती रही। उदासीनता हर आने जाने वालों को कोसने के लिए विवश करती रही।
पडरौना, कसया, हाटा, रामकोला, सेवरही, तमकुहीराज, कप्तानगंज, खड्डा, दुदही, फाजिलनगर के अलावा हर छोटे-बड़े कस्बों के तालाबों, पोखरों को छठ घाट के रूप में प्रयोग किया गया। इन घाटों को छठ के एक पूर्व से साफ-सफाई को उत्साह से उठे हाथ औरों के लिए प्रेरक साबित हुए। इसे स्वच्छता अभियान से जोड़कर भी देखा गया। जगह-जगह पसरे कूड़ों को युवाओं, सफाई कर्मियों ने जिम्मेदारी पूर्वक हटाया। उग आए खर पतवारों को जड़ से काटा गया। जहां मिट्टी की जरुरत पड़ी वहां मिट्टी की भी भराई हुई। कच्चे घाटों को हजारों रुपये खर्च कर पक्का बनाया गया। गुरुवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद घाटों पर पसरी गंदगी को किसी ने संज्ञान नहीं लिया। तालाब, घाटों पर पुआल, दीया, कोसा, सिंदुर, कागज, गन्ना, प्रसाद के रूप में बनाए गए ठेकुआ पूरे दिन यहां वहा बिखरे रहे। यहां तक कि आने जाने वाले रास्तों पर सिुंदर व प्रसाद लोगों के पैरों तले कुचले जाते रहे। पूजन स्थल पर पूरे दिन कुत्तों की धमा चौकड़ी होती रही। सफाई को न तो गांव, कस्बा, उप नगर व नगर में किसी के हाथ आगे आए न ही जिम्मेदारों ने इसे संज्ञान ही लिया। सफाई कर्मी भी मौके से सांय तक नदारत रहे। पसरी गंदगी आवाजाही में जहां बाधक बनती रही वहीं श्रद्धा को पैरों तले कुचला जाता रहा। आने जाने वाले लोग बुदबुदाते, कोसते और प्रसाद व सिंदुर को कुचलने से बचते बचाते आगे बढ़ते रहे। पडरौना नगर का स्वराजी पोखरा, अंबे चौक, मुगलपुरा, बावली, रामधाम, समीप स्थित ग्राम सभा भटवलिया, गायघाट स्थित पोखरों, घाटों पर पसरी गंदगी का नजारा जिम्मेदारों को मुंह चिढ़ाता रहा।