नवजात की देखभाल में लापरवाही भयावह : सीएमओ
कुशीनगर : मुख्य चिकित्साधिकारी डा.मदन मोहन ने कहा कि नवजात शिशुओं की देख-रेख को लेकर डाक्टर तथा ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी पूरी सजगता बरतें। इसमें तनिक भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। नवजात शिशुओं की मृत्युदर में लापरवाही एक बड़ी कारक के रुप में सामने आयी है।
सीएमओ शुक्रवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय में दस दिवसीय आयोजित नवजात शिशु एवं सुरक्षा विषयक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रसव के दौरान डाक्टर, स्टाफ नर्स, एएनएम सजग रह नवजात मृत्यु दर को काफी हद तक कम कर सकती हैं। सामान्यतया नवजात शिशुओं की मृत्यु चार कारणों से होती है। कुछ बच्चे जन्म के समय ठीक ढंग से सांस नहीं ले पाते जबकि कुछ सुस्त होते हैं। यहां परिजन अगर अज्ञान व अशिक्षित हैं तो उन्हें इसका भान नहीं होता स्वास्थ्यकर्मी भी सजगता नहीं बरतते और इस लापरवाही के कारण नवजात की मौत हो जाती है। सीएमओ ने कहा कि संक्रमण भी एक अहम कारक है। इससे बचाव के तरीके अपनाते हुए मां का दूध बच्चे को स्वस्थ बनाने में अहम योगदान देता है।
कार्यशाला को प्रशिक्षक डा.ओपी सिंह, डा.वीपी पांडेय आदि ने भी संबोधित किया।