सीएम का जलाया पुतला, पुलिस से झड़प
कुशीनगर: कुशीनगर जनपद के हाटा कोतवाली के एक गांव की रहने वाली महिला के साथ सूबे की राजधानी लखनऊ में हुई हैवानियत को लेकर गृह जनपद में सड़क पर ऊबाल देखने को मिला। सोमवार को घटना के विरोध में हिन्दू नेता पप्पू पाण्डेय की अगुवाई में पुरुष-महिला सड़क पर उतरे नारेबाजी की और पुलिस की लाख कोशिश के बाद भी मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका। इस दौरान पुलिस को हवा में लाठियां भी भांजनी पड़ी।
नगर के लोनिवि विश्रामगृह परिसर से विरोध प्रदर्शन के क्रम में नारेबाजी करते सुभाष चौक के लिए निकले। इधर मुख्यमंत्री के पुतला फूंके जाने की सूचना को लेकर पहले से ही सतर्क पुलिस पल-पल पर नजर गड़ाए रही। जैसे ही प्रदर्शन करने वाले महिला-पुरूष चौक के समीप सड़क पर पहुंचे पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया। प्रदर्शनकारी वहीं सड़क पर बैठ गए। इस बीच अचानक ही प्रदर्शनकारी पुतना निकाल फूंकने का प्रयास करने लगे तो पुलिस पुतला छीनने को लेकर भिड़ गई। इसको लेकर गुत्थम-गुत्थी भी हुई। इस दौरान किसी महिला ने एक दारोगा के वर्दी से बिल्ला भी नोच डाला। इसी बीच एक प्रदर्शनकारी ने पुतले में आग लगा दी तो पुलिस ने हवा में लाठी भांजना शुरू कर दिया और उसे दौड़ाकर पकड़ लिया।
इसके बाद विरोध और तेज हुआ। सड़क पर बैठकर महिला-पुरूष, पुलिस व सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। आयोजित संक्षिप्त सभा को संबोधित करते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि सरकार में कानून का राज नहीं रहा। कुशीनगर की बेटी दरिंदगी की शिकार बनी है। दोषियों के विरूद्ध। अविलंब कार्रवाई हो। सरकार सच्चाई छिपाने का प्रयास कर रही है।
लगभग पौन घंटे बाद अधिकारियों के समझाने पर प्रदर्शनकारी माने। इस दौरान मनोज गोंड, चंदन पाण्डेय, प्रिंस गुप्ता, नितेश्वर उपाध्याय, पथलू चौहान, शशि राठौर, शैलेंद्र प्रताप सिंह आदि तथा कोतवाल ज्ञानेंद्र नाथ शुक्ल सहित पुलिस अधिकारी व जवान उपस्थित रहे।