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आग का कहर, 25 रिहाइशी झोपड़ी राख

By Edited By: Published: Thu, 17 Apr 2014 01:08 AM (IST)Updated: Thu, 17 Apr 2014 01:08 AM (IST)
आग का कहर, 25 रिहाइशी झोपड़ी राख

कुशीनगर: बुधवार को कुशीनगर जिले के विभिन्न इलाकों में हुई अगलगी की घटनाओं 25 रिहाइशी झोपड़ी जलने की खबर है। इस घटना में दो महिलाएं सामान बचाने के चक्कर में झुलस गई। इन अलग-अलग हुए घटनाओं लाखों रुपये की क्षति अनुमानित है।

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सूरजनगर संवाददाता के अनुसार नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के गांव ढोरही जड़हा के गोरखनाथ मिश्र के टोले पर अलाव की आग की चिंगारी से बुधवार की दोपहर में लगी आग में सोलह झोपड़ियां जल गई। तेज हवा के नाते चौथी कुशवाहा की झोपड़ी को जलाते हुए बगल के जोखन, राधेश्याम, वशिष्ठ, सुरेश, रविंद्र, मनोज, मुकेश समेत 16 ग्रामीणों की झोपड़ी राख हो गई। इस घटना में दो महिलाओं में 80 वर्षीय कैलसवरी व 35 वर्षीय खीरा देवी बुरी तरह झुलस गई, जिन्हें सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों व फायर सर्विस के जवानों के प्रयास से किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना में घर में रखा नकदी समेत सभी सामान जल गए। क्षति लाखों में अनुमानित है।

गोबरहीं संवाददाता के अनुसार कसया क्षेत्र के ग्राम भठही बाबू में बुधवार की दोपहर 2 बजे मिठाई लाल के घर में अचानक आग लग गई। तेज हवा के कारण देखते ही देखते आसपास के घरों को भी उसने अपने आगोश में ले लिया। आग की लपटें और धुंआ उठता देख ग्रामीण मौके की ओर दौड़े, लेकिन कुछ भी बचाया न जा सका। इस घटना में हीरा प्रसाद, चंद्रशेखर, बनारसी व शकलैन सहित आधा दर्जन ग्रामीणों की फूस तथा पक्का मकान और उसमें रखा कपड़ा, गहना, नकदी तथा खाद्यान्न सबकुछ जल कर राख हो गया। मौके पर पहुंचे लेखपाल नेबूलाल ने कहा कि क्षति का आकलन कर लिया गया है। रिपोर्ट एसडीएम को दे दी गई है।

सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव पगराडीह में बुधवार को लगी आग से तीन रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गई। शाम करीब साढे चार बजे अज्ञात कारणों से लगी आग से गांव के छविलाल, दहारी समेत तीन की रिहायशी झोपड़ियां राख हो गईं।

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शार्ट सर्किट से तीन एकड़ फसल राख जागरण संवाददाता, कसया, कुशीनगर : नगर के रामजानकी मठ के पीछे बुधवार को दोपहर बाद विद्युत शार्ट सर्किट से आग लगने से लगभग 3 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जल कर पूरी तरह नष्ट हो गई। बाबूराम खेत के ऊपर से गुजर रहे विद्युत तार पर कौआ बैठा हुआ था, जिससे विद्युत के दो तार आपस में सट गए और इस शार्ट सर्किट में निकली चिंगारी नीचे गेहूं के फसल पर गिर गई। इस दौरान हवा चल रहा था देखते ही देखते आग सोनू मद्धेशिया, हरी प्रसाद, जगदीश, रमाशंकर, नथुनी, सपूत, पारस आदि के खेत में फैल गई और उनकी पूरी गेहूं की फसल जल कर नष्ट हो गई। लेखपाल ब्रजेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि नुकसान की रिपोर्ट प्रेषित कर दी जाएगी।


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