शिक्षमित्रों ने बीएसए कार्यालय में दिया धरना
कौशांबी। शिक्षामित्रों का धरना लगातार तीसरे दिन भी बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर जारी था।
कौशांबी। शिक्षामित्रों का धरना लगातार तीसरे दिन भी बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर जारी रहा। शिक्षामित्र लगातार सरकार से अपने हित को लेकर फैसला लेने की मांग करते रहे हैं। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया। धरने के बाद शिक्षामित्र मंझनपुर चौराहे पहुंचे। वहां चौराहे में खड़े होकर राष्ट्रगान गया। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया। सभी सोमवार को लखनऊ में धरना प्रदर्शन करेंगे।
प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष मुलायम ¨सह यादव ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि शिक्षामित्रों ने एक लंबा समय बच्चों को दिया है। इसके बाद भी कोर्ट के एक फैसले के कारण वह बेरोजगार हो गए। उनके बचाव को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को फैसला करना चाहिए था, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई फैसला नहीं किया गया। इसको लेकर शिक्षक समुदाय के बीच सरकार को लेकर नाराजगी है। प्राथमिक शिक्षक संघ भी शिक्षामित्रों के साथ खड़ा है। उनके हित को लेकर सरकार ने फैसला नहीं किया तो विद्यालय में ताला बंद कर अन्य शिक्षक उनके साथ आ जाएंगे। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ जिलाध्यक्ष रत्नाकर ¨सह ने कहा कि जिस प्रकार से शिक्षामित्रों की 17 साल की सेवा को लेकर सरकार ने कोई महत्व नहीं दिया। इसको लेकर शिक्षामित्र सरकार की ओर देख रहा है। सरकार को शिक्षामित्रों के हित को लेकर कोई महत्वपूर्ण फैसला करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके कारण शिक्षामित्र आज इस हाल में हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन के बाद बाद शिक्षामित्र प्रदेश व केंद्र सरकार से हित को लेकर फैसले की मांग करते हुए मंझनपुर चौराहे पहुंचे। वहां उन्होंने चौराहे के चारो ओर खड़े होकर राष्ट्रगान किया। हालाकि इस दौरान वहां जाम कि स्थित बन गई, लेकिन जिन लोगों ने भी शिक्षामित्रों के होने की बात सुनी वह अपने वाहन सड़क पर खड़े कर दिया। शिक्षामित्रों के साथ राष्ट्रगान में शामिल हो गए। राष्ट्रगान के बाद शिक्षामित्रों ने सोमवार को लखनऊ में धरना प्रदर्शन की बात कहीं। इस मौके पर उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी, अंबिका प्रसाद व वीरेंद्र केसरवानी, इरफान, शिवशंकर यादव, देवनाथ, भोलानाथ कुशवाहा, आशा कांत शुक्ल, सुरेश कुमार, धनंजय ओझा, सुचित्रा विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व शिक्षामित्रों ने राष्ट्रपति व राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा।