फार्मेसी स्कूल पर बेदखली व जुर्माने की कार्रवाई
कौशांबी। कोइलहा में बने चंद्रशेखर ¨सह कॉलेज ऑफ फार्मेसी के गेट के सामने पट्टे की जमीन को लेकर लंबे स
कौशांबी। कोइलहा में बने चंद्रशेखर ¨सह कॉलेज ऑफ फार्मेसी के गेट के सामने पट्टे की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। यह मामला एक बार फिर डीएम के पास पहुंचा है। डीएम ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए। एसडीएम चायल ने जांच कराकर स्कूल प्रबंधन पर बेदखली की कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी लगाया है। वहीं डीएम ने फिर से पैमाइश के लिए टीम गठित कर दी है।
कोइलहा में जीटी रोड किनारे चंद्रशेखर ¨सह कॉलेज ऑफ फार्मेसी खुला है। स्कूल का जहां पर गेट है, वहां पट्टे की जमीन बताई जा रही है। कोइलहा गांव की श्यामकली पत्नी शिवराज और आशा देवी पत्नी रामहर्ष ने बताया के उनको जीटी रोड किनारे 1993 में एक-एक बिस्वा का आवासीय पट्टा मिला था। जबसे यहां पर फार्मेसी स्कूल बना है, उनकी पट्टे की जमीन कब्जा कर ली गई है। उनकी जमीन पर स्कूल का निकास द्वार बनाया जा रहा है। पट्टे की जमीन पाने के लिए वह कई साल से संघर्ष कर रही हैं। आरोप है कि विरोधी पक्ष ने जमीन के रिकार्ड में हेराफेरी करा दी है। उनकी जमीन की लोकेशन ही कहीं और बताई जा रही है। इसलिए उनकी जमीन पर कब्जा भी नहीं मिल पा रही है। दोनों ने 13 जून को डीएम से शिकायत की। शिकायत के बाद डीएम ने एसडीएम चायल अश्वनी कुमार श्रीवास्तव को जांच सौंपी। एसडीएम ने तहसीलदार से मामले की जांच कराई। जांच के बाद एसडीएम ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ 122बी की कार्रवाई। इसमें उन पर बेदखली और जुर्माने की कार्रवाई की। चूंकि पट्टे की जमीन अब तक स्पष्ट नहीं हुई है। इसलिए डीएम मनीष कुमार वर्मा ने जमीन की पैमाइश के लिए दो तहसीलदार और एक नायब तहसीलदार की टीम बनाई है। ईद वह इसकी पैमाइश करेंगे और दोनों पट्टाधारकों को उनकी जमीन पर कब्जा दिलाया जाएगा। वहीं कालेज के मालिक ओपी ¨सह ने बताया के जमीन कब्जाने के आरोप निराधार हैं। पट्टे की जमीन उनके कालेज के सामने नहीं है। वह जमीन दूसरी तरफ और दोनों पट्टाधारक उनके सामने की जमीन कब्जाना चाहते हैं। पूर्व के डीएम और कमिश्नर इस विवाद का निपटारा करा चुके हैं। फिर भी वह लोग बार-बार शिकायत कर रहे हैं।