वो घर की रही और न ही घाट की..
चायल, कौशांबी: पति से अनबन, मददगार की दगाबाजी ने पिपरी की विवाहिता को ¨जदगी के तिराहे पर लाकर खड़ा कर
चायल, कौशांबी: पति से अनबन, मददगार की दगाबाजी ने पिपरी की विवाहिता को ¨जदगी के तिराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है। जीवनसाथी की बेवफाई के बाद रानी बनने का उसका सपना भी चकनाचूर हो गया। वो न घर की रही न घाट की। घर-परिवार के साथ नाते-रिश्तेदारों ने भी मुंह मोड़ लिया है। ऐसे हालात में विवाहिता को इंसाफ कैसे मिलेगा, यही टीस उसे परेशान कर रखी है। इसे लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। उधर पुलिस भी पशोपेश में है कि वह क्या करे और क्या न करे।
पिपरी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली विवाहिता का तीन बच्चे होने के बाद पति से विवाद हो गया। मामला इतना बिगड़ा कि दोनों ने एक दूसरे से दूरी बना ली। पति से बगावत कर बच्चों के साथ विवाहिता ठिकाने की तलाश में इलाहाबाद पहुंची। इस दौरान पड़ोसी गांव का सरजू उसे रानी बनाने का सपना दिखा दिया। उसने एक नि:संतान मंत्री को बच्चा पैदा करके देने पर पांच लाख रुपये और इलाहाबाद में आलीशान बंगले का ख्वाब दिखाया। इसके अलावा बच्चे के पैदा होने तक 10 हजार रुपये महीना मिलने की बात भी कही। फिर क्या था विवाहिता मान गई और मददगार के कहने पर कोख बेच दी। गर्भवती होने पर जब उसने रकम मांगा तो मददगार वादे से मुकर गया। शनिवार को गांव पहुंची विवाहिता पति के साथ अन्य परिजनों को आपबीती बताई तो उन लोगों ने अपने साथ रखने से इंकार कर दिया। पति से बगावत, मददगार की दगाबाजी ने विवाहिता को ¨जदगी के तिराहे पर खड़ा कर दिया। बेबस विवाहिता को इंसाफ कैसे मिले, इसे लेकर पिपरी पुलिस भी हलकान है। थानाध्यक्ष पिपरी भाष्कर मिश्र का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा लिख लिया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है।