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न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता

कौशांबी : इलाहाबाद में तीन जुलाई को हुई अधिवक्ता की हत्या के विरोध में बुधवार को जिले के अधिवक्ता न्

By Edited By: Published: Wed, 27 Jul 2016 10:59 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jul 2016 10:59 PM (IST)

कौशांबी : इलाहाबाद में तीन जुलाई को हुई अधिवक्ता की हत्या के विरोध में बुधवार को जिले के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। इस दौरान बैठक कर वकीलों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।

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इलाहाबाद में अधिवक्ता सुमित कुमार तीन जुलाई की सुबह घर से सैर के लिए निकले थे। उसी दौरान उनपर गोलियों में हमला कर दिया। घायल अधिवक्ता को उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। वहां उनकी मौत हो गई। घटना के बाद अब तक पुलिस हमलावरों का सुराग नहीं लगा पाई। मामले को लेकर बुधवार को कौशांबी के अधिवक्ताओं ने विरोध जताते हुए न्यायिक कार्य से विरत रहे। माडल डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ने प्रकरण को लेकर पुस्तकालय हाल में बैठक की। अध्यक्ष मनुदेव त्रिपाठी ने कहा कि अपराधियों के निशाने पर अधिवक्ता हैं। प्रदेश में किसी ने किसी स्थान पर अधिवक्ताओं के साथ घटनाएं होती रहती है, जिसे रोकने में पुलिस विफल है। यह बिगड़ती कानून व्यवस्था का उदाहरण है। महामंत्री अजय कुमार ने मृतक अधिवक्ता सुमित कुमार के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता व पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि घटना की सीबीआइ जांच होनी चाहिए।

बैठक में ज्ञानेंद्र नारायण शुक्ला, सीताराम, इनामुल हक, राजाराम मौर्य, नोखेलाल पांडेय, शिव प्रसाद त्रिपाठी, हरिशंकर पांडेय, प्रदीप मिश्रा,गो¨वद प्रताप ¨सह, राजेंद्र द्विवेदी, सत्यजीत ¨सह, भोला मिश्रा, रमेश त्रिपाठी व अनिता शुक्ला आदि मौजूद रहे।


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