जीआरपी ने संदिग्ध लोगों पर जमाई निगाह
कौशांबी : सिराथू से अटसराय के बीच हुआ मूरी रेल हादसा अभी जांच के दायरे में ही था कि एक बार फिर सिराथ
कौशांबी : सिराथू से अटसराय के बीच हुआ मूरी रेल हादसा अभी जांच के दायरे में ही था कि एक बार फिर सिराथू रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई। इस बार लोगों की सक्रियता ने संगम एक्सप्रेस को हादसाग्रस्त होने से बचा लिया। मामले की जानकारी रेल प्रशासन को हुई तो आनन-फानन में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखकर जांच शुरू कर दी।
शुक्रवार की रात अज्ञात लोगों ने ट्रेन की पटरी पर लकड़ी व सीमेंट की बेंच फेंक दी थी। रात भर बेंच ट्रेन की पटरी पर पड़ी रही। शनिवार की भोर कुछ लोग रेलवे लाइन की ओर गए थे। पटरी पर बेंच देख वह घबड़ा गए। उन्होंने तत्काल स्टेशन मास्टर कालीदीन को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही वह जीआरपी व आरपीएफ जवानों को लेकर मौके पर पहुंचे। बेंच के मलवे को ट्रैक से हटवाया। पटरी का निरीक्षण कर सब सही पाया तो उन्होंने राहत की सांस ली। उन्होंने इसकी जानकारी एनसीआर मुख्यालय को दी। जानकारी मिलते ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर अनिल कुमार के अवर अभियंता रेल पथ विकास यादव को जांच का निर्देश दिया। मौके पर पहुंचकर उन्हें रेल पटरी को दोबारा निरीक्षण किया। ऐहतियातन सिराथू से अटसराय के बीच पूरे ट्रैक की जांच कराया। सब कुछ सही मिलने के बाद रिपोर्ट अधिकारियों को दी है। उनकी तहरीर के बाद जीआरपी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। जीआरपी रेलवे की सामग्री चोरी करने वाले व अन्य लोगों पर निगाह लगाए हुए है।
सैनी कोतवाली क्षेत्र के अटसराय के पास बीते 25 मई को अज्ञात लोगों ने रेल पटरी के नीचे जैक लगाकर क्लिप खोलने का प्रयास किया था। मामले को लेकर रेलवे कर्मचारियों ने सैनी कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जैक मिलने के बाद 24 घंटे के अंदर उसी स्थान पर मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। सवारी से भरे दस डिब्बे पलट गए। हादसे में तीन की मौत के साथ ही दर्जनों लोग घायल हुए थे। रेलवे प्रशासन मामले की पड़ताल करा रहा है। अभी जांच चल ही रही है कि दोबारा पटरी पर बेंच रखकर हादसे की साजिश रची गई।