साजिश की आशंका और हुई पुख्ता
कौशांबी : सिराथू और कनवार रेलवे स्टेशन के बीच भैरव बाबा मंदिर के सामने रेलवे पटरी के नीचे लगाया गया
कौशांबी : सिराथू और कनवार रेलवे स्टेशन के बीच भैरव बाबा मंदिर के सामने रेलवे पटरी के नीचे लगाया गया जैक रेलवे का नहीं था। इसकी तस्वीर साफ हो गई है। रेलवे पटरी के नीचे शनिवार की रात राजधानी व जनता एक्सप्रेस के गुजरने से पहले लगाया गया जैक सामान्य श्रेणी था, जिसे ट्रक चालक इस्तेमाल करते हैं। रेलवे का जैक बिलकुल अलग श्रेणी का होता है और इस जैक को रेलवे ही बनाता है। मंगलवार को राहत व बचाव कार्य में इस जैक का रेलवे कर्मचारियों ने इस्तेमाल शुरू किया तो हकीकत सबके सामने खुलकर आ गई।
सिराथू और कनवार रेलवे स्टेशन के बीच भैरव बाबा मंदिर के सामने रेलवे पटरी के नीचे शातिरों ने नापाक इरादे के तहत जैक लगा दिया था। इसके अलावा करीब 40 पेंड्रॉल क्लिप चोरी कर लिया था। राजधानी एक्सप्रेस आने से पहले मालगाड़ी आने की वजह से सामान्य श्रेणी का लगाया जैक फंस गया था। नतीजतन शातिरों को भागना पड़ा। रविवार की सुबह कीमैन रामप्रसाद रेलवे पटरी की जांच करने निकला तो जैक देखते ही उसके होश उड़़ गए थे। कीमैन की सूचना पर सेक्शन इंजीनियर ने टीम के साथ मौका-मुआयना किया। मामले को दबाने के लिए रेलवे के अधिकारियों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया। साथ ही बताया कि मरम्मतीकरण का काम चल रहा था, इसलिए जैक छूट गया था। सोमवार को जैक लगने वाले स्थान से करीब 500 मीटर की दूरी पर मूरी एक्सप्रेस लगभग डेढ़ बजे पलट गई। मंगलवार को बचाव व राहत कार्य के लिए रेलवे के कर्मचारी तमाम यंत्रों के साथ पहुंचे। इनमें रेलवे का जैक भी शामिल था। रेलवे का जैक सामान्य श्रेणी के जैक से अलग था। रेलवे का जैक प्रेशरयुक्त होता है। इसके अलावा इस जैक का निर्माण रेलवे खुद करता है। जबकि पटरी के नीचे मिला जैक सामान्य श्रेणी का था, जिसे ट्रक चालक व गैरेज वाले इस्तेमाल करते हैं। रेलवे के जैक ने इस घटना में साजिश की आशंका को पुख्ता कर दिया है।