एसडीएम-सीओ के कब्जे से रेलवे हलाकान
कौशांबी : सिराथू में मालगाड़ी के लिए अलग से रेल मार्ग बनाए जाने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए भू
कौशांबी : सिराथू में मालगाड़ी के लिए अलग से रेल मार्ग बनाए जाने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। रेलवे ने कब्रिस्तान का विवाद सुलझा लिया, लेकिन अफसरों के कब्जे को वह नहीं खाली करा पा रहा है। सिराथू एसडीएम व सीओ ने अपने पुराने आवास पर कब्जा जमा रखा है। इससे रेलवे की प्रक्रिया बाधित हो रही है। परियोजना प्रबंधक ने इसकी जानकारी एडीएम को दी तो उन्होंने एसडीएम से नाराजगी जताते हुए आवास खाली करने का निर्देश दिया है।
डीएफसीसी इलाहाबाद के परियोजना प्रबंधक बीके वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई खुलासे हुए हैं। मालगाड़ी के लिए अलग से रेल मार्ग बनाने की प्रक्रिया चल रही है। सिराथू कस्बे में इसके लिए उपरगामी सेतु का निर्माण होना है ताकि सड़क मार्ग का यातायात न प्रभावित हो। डीएफीसीसी को उपरगामी सेतु निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैठक में मातहत अधिकारियों ने जानकारी दी कि कब्रिस्तान का विवाद निपट गया है। जिस आराजी में कब्रिस्तान थी, उसका दोबारा पुर्नग्रहण होगा। कब्रिस्तान के लिए कस्बे के लोगों ने दूसरी भूमि का चयन कर लिया है, साथ ही पुर्नग्रहण के के लिए एनओसी भी दे दी है। इस विवाद के निपटने के बाद परियोजना प्रबंधक अधिकारियों के आवास और कार्यालय के कब्जे को लेकर हलाकान हैं। एसडीएम व सीओ अभी भी अपने पुराने आवास में रह रहे हैं। जानकारी देने के बाद भी दोनों अधिकारियों ने आवास नहीं खाली किया। परियोजना प्रबंधक बीके वर्मा ने इसकी जानकारी अपर जिलाधिकारी आरसी पांडेय को देते हुए आवास खाली कराने की मांग की है। इस पर एडीएम ने नाराजगी जताते हुए एसडीएम को आवास खाली कराने का निर्देश दिया है।
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मुआवजा के लिए जारी करें नोटिस
कौशांबी : परियोजना प्रबंधक बीके वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह मुआवजे के लिए संबंधित लोगों को 15 दिन के भीतर नोटिस दें। बताया कि मुआवजा देने के लिए एक करोड़ 65 लाख 35 हजार 110 रुपया दिया गया है। यदि संबंधित लोग मुआवजा नहीं लेते हैं तो इस रकम को डीएम के खाते में जमा करवा दिया जाए।
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सड़क मार्ग रहेगा बहाल
कौशांबी : मालगाड़ी के लिए अलग से बन रही रेल लाइन से आम आदमी को कोई दिक्कत नहीं होगी। मुख्यमार्ग बाधित नहीं होगा। मालगाड़ी को सड़क के ऊपर से निकालने के लिए ही उपरगामी सेतु का निर्माण किया जाएगा। यही कारण है कि डीएफसीसी इलाहाबाद जल्द से जल्द भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी करने की कोशिश कर रहा है।