सिराथू रेलवे क्रासिंग पर घंटों जाम में फंसे रहते हैं राहगीर
सिराथू, कौशांबी : सिराथू रेलवे फाटक पर जाम की समस्या लाइलाज होती जा रही है। फाटक बंद होने पर दोनों ओ
सिराथू, कौशांबी : सिराथू रेलवे फाटक पर जाम की समस्या लाइलाज होती जा रही है। फाटक बंद होने पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। सबसे ज्यादा परेशानी प्रसव पीड़ा से तड़प रहीं महिलाओं व बीमार लोगों को होती है। गाड़ी निकालना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। बड़ी रेल लाइन होने के चलते गाड़ियों का आवागमन लगातार बना रहता है। फाटक बंद रहने पर भी दो पहिया वाहन चालक और पैदल राहगीर रेलवे पटरी पार करते रहते हैं। इसके चलते रेलवे पटरी पर भी जाम की स्थिति बन जाती है। अचानक ट्रेन आने पर भगदड़ मच जाती है।
सुरक्षा के नाम पर लगी ट्रैफिक पुलिस चाय पान की दुकानों में मशगूल रहते हैं। अगर पुलिस इसी प्रकार निष्क्रिय रही तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। जाम का मुख्य कारण अनियंत्रित तरीके से लोग वाहनों को बेतरतीब ढंग से खड़ा कर देते हैं। जिसके चलते वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। इस समस्या से क्षेत्रवासी व स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। कई बार इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष नूरुल इस्लाम की अगुवाई में धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं। जिसका असर हफ्ते दो हफ्ते रहता है। इसके बाद फिर ट्रैफिक पुलिस पुराने रवैये पर आ जाती है। गुरुवार को लोग घंटों जाम में हलाकान रहे, लेकिन विभागीय लोग नदारद रहे। हालांकि इलाहाबाद के डीआरएम ने इस समस्या पर स्टेशन अधीक्षक को आदेश दे रखा था कि अधिकतम आधे घंटे से ज्यादा फाटक को बंद न करें, लेकिन सिराथू रेलवे स्टेशन के पास बने फाटक पर इस नियम का पालन नहीं होता। ट्रैफिक पुलिस की लचर व्यवस्था पर अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ¨सह का कहना है कि सिराथू रेलवे फाटक संवेदनशील जगह है। यदि इस प्रकार की लापरवाही सिपाहियों द्वारा बरती जा रही है तो जल्द ही इसकी जांच कराकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।