58 राजस्व गांवों को मिला ग्राम पंचायत का दर्जा
--जिला प्रशासन ने आधारहीन होने पर 59 आपत्तियां खारिज की जिले में अब 498 ग्राम पंचायत अस्तित्व म
--जिला प्रशासन ने आधारहीन होने पर 59 आपत्तियां खारिज की
जिले में अब 498 ग्राम पंचायत अस्तित्व में आई
कौशांबी : जिले में 58 राजस्व गांवों को ग्राम पंचायत का दर्जा मिल गया है। इन ग्राम पंचायतों के गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जिला प्रशासन को मिलीं 58 आपत्तियां आधारहीन होने के कारण उन्हें खारिज कर कर दिया गया। 2015 में चुनाव के बाद से इन गांवों का अपना मुखिया होगा। साथ ही गांव के विकास कार्य की इनकी खुद की रणनीति होगी।
जिले में 440 ग्राम पंचायतें थीं। 2014 में नई ग्राम पंचायतों के गठन के लिए एक हजार की आबादी वाले राजस्व गांवों से आवेदन मांगा गया था। कुल 58 राजस्व गांवों से आवेदन आए। आवेदनों की सूची शासन को भेजी गई। इसके बाद निदेशक उदयवीर ¨सह यादव ने ग्राम पंचायतों के गठन पर ग्रामीणों से आपत्तियां मांगने का निर्देश दिया। डीपीआरओ ने ग्राम पंचायतों के गठन के आपत्तियां मांगी। कुल 59 आपत्तियां आई। इसकी सूचना भी निदेशक को दी गई। निदेशक ने इसके बाद आपत्तियों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। डीपीआरओ ने आपत्तियों को आधारहीन बताते हुए उन्हें खारिज कर दिया। इसकी सूचना भी शासन को भेजी गई। 2015 में होने वाले ग्राम पंचायत के चुनाव में यह नई ग्राम पंचायतें अस्तित्व में आ जाएंगी।
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बढ़ेगा बजट, होगा विकास कार्य
कौशांबी : नई ग्राम पंचायतों का गठन होने के बाद से अब जनपद में 498 ग्राम पंचायतें हो गई हैं। इससे नई ग्राम पंचायतों में अब विकास कार्य होगा। पहले इन राजस्व गांवों की अनदेखी की जाती थी। ग्राम प्रधान अपने मूल ग्राम का ही विकास कार्य कराते थे। इससे लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।