बालश्रम विद्यालयों में हो रहे घोटाला की जांच शुरू
कौशांबी : दोआबा में संचालित बालश्रम विद्यालयों में हो रहे घोटाले का खुलासा जल्द होगा। डीएम के निर्दे
कौशांबी : दोआबा में संचालित बालश्रम विद्यालयों में हो रहे घोटाले का खुलासा जल्द होगा। डीएम के निर्देश पर तीनों उप जिलाधिकारियों ने बाल श्रम विद्यालयों व वहां से मिलने वाली सुविधाओं की जांच शुरू कर दी है। इससे कर्मचारियों व एनजीओ के संचालकों के होश उड़ गए हैं।
ईंट-भट्टे के मजदूरों व घूमंतू बच्चों को सुशिक्षित करने जनपद में 42 बालश्रम विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। विद्यालयों में शिक्षण कार्य करने के लिए दो अनुदेशकों की तैनाती की गई है। इसके अलावा पंजीकृत छात्र व छात्राओं को किताब, छात्रवृत्ति, ड्रेस, एमडीएम की व्यवस्था की गई है। विद्यालयों के संचालन की जिम्मेदारी एनजीओ को सौंपी गई है, लेकिन एनजीओ द्वारा इन विद्यालयों के संचालन में भारी घोटाला किया जा रहा है। इसकी वजह से बाल श्रम विद्यालयों में पंजीकृत विद्याíथयों को वाजिब सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। इसकी शिकायत पूर्व में क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी से की थी। इस मामले को एक सप्ताह पर्व दैनिक जागरण ने अपने अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। प्रकरण को गंभीरता से लेने के बाद जिलाधिकारी राजमणि यादव ने मामले की जांच शुरू करा दी है। डीएम ने एसडीएम व संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि जनपद में संचालित बालश्रम विद्यालयों का स्थलीय सत्यापन किया जाए। साथ ही वहां पर विद्याíथयों की उपस्थिति और उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर दी जाए। डीएम के इस कार्रवाई से संबंधित एनजीओ के प्रबंधकों को होश उड़ गए हैं।