लोहिया गांव की शिकायतों का अंबार, अधिकारी बेपरवाह
कौशांबी : लोहिया गांव की समस्याओं पर संबंधित अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं, क्योंकि दर्ज होने वाली शिक
कौशांबी : लोहिया गांव की समस्याओं पर संबंधित अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं, क्योंकि दर्ज होने वाली शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है। इससे दिन प्रतिदिन शिकायतों का अंबार लग रहा है। सीडीओ ने समीक्षा के बाद सिराथू व मंझनपुर तहसील के अफसरों व खंड विकास अधिकारियों से स्थिति पर नाराजगी जताई है। वहीं निस्तारण न होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई कराने की चेतावनी दी है।
वर्ष 2014-15 में चयनित हुए लोहिया गांव की शिकायतों को सीडीओ ने एसडीएम सिराथू व मंझनपुर को जांच कर निस्तारण करने का निर्देश दिया था। वहीं बीडीओ सिराथू, मंझनपुर, कड़ा और सरसवां को भी जांच कर शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। शिकायती पत्रों की त्रिस्तरीय कमेटी से जांच कराकर कार्रवाई करने का फरमान जारी किया गया था, लेकिन शिकायतों का पत्रों के निस्तारण में अधिकारियों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसका परिणाम रहा कि बड़ी संख्या में शिकायती पत्र लंबित हो गए। इनमें कई गंभीर आरोपों की शिकायतें भी थीं। सीडीओ बीएन मिश्र ने लंबित शिकायती पत्रों की समीक्षा की तो प्रगति बेहद खराब मिली। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। सीडीओ ने सिराथू व मंझनपुर एसडीएम के अलावा सिराथू, मंझनपुर, कड़ा व सरसवां के बीडीओ को चेतावनी दी है कि यदि शिकायतों का निस्तारण नहीं हुआ तो उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को पत्र भेजा जाएगा। सीडीओ की इस चेतावनी से ब्लाकों में खलबली मची है।
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ठेंगे पर लिखित व मौखिक निर्देश
कौशांबी : सीडीओ बीएन मिश्र ने लोहिया गांव से संबंधित शिकायती पत्रों के निस्तारण के लिए अधिकारियों को कई बार लिखित व मौखिक निर्देश दिया। इसके बावजूद सीडीओ के निर्देश को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। इसका परिणाम रहा कि लोहिया गांव की शिकायतों की सूची लंबी होती चली गई। आयुक्त के दौरे की खबर आई तो सीडीओ ने इनके निस्तारण के लिए अफसरों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।