परिषदीय विद्यालयों के सैकड़ों शौचालय ध्वस्त
कौशांबी : परिषदीय विद्यालयों को हर सुविधाओं से तो लैस कर दिया गया, लेकिन शिक्षकों की लापरवाही ने सब चौपट कर रखा है। परिषदीय विद्यालयों के सैकड़ों शौचालय ध्वस्त हैं। इस सुविधा के लाभ से छात्र व छात्राएं वंचित हैं। जहां हैं भी वहां, साफ-सफाई नहीं कराई जाती। दुर्गध व कीचड़ से शौचालय पटे होने के कारण छात्र शौचालय में प्रवेश ही नहीं करते। वहीं कई स्कूलों में शिक्षकों ने ताला बंद कर रखा है। इन शौचालयों को वह खुद इस्तेमाल करते हैं और छात्रों के लिए इसे प्रतिबंधित कर रखा है।
जिले में 1371 प्राथमिक व जूनियर विद्यालय हैं। सभी विद्यालयों में छात्र व छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के लोगों का मानना है कि कुल बने शौचालयों में दस फीसद ध्वस्त हैं। इसकी रिपोर्ट आई है, इन्हें दुरुस्त कराने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि यह रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है। दस फीसद नहीं बल्कि ध्वस्त शौचालयों का आंकड़ा इससे ज्यादा है। इसके अलावा स्कूलों के शौचालयों की साफ-सफाई नहीं कराई जाती। गंदे पानी व कीचड़ से शौचालय पटे हुए हैं, लेकिन विद्यालय के जिम्मेदार शिक्षक इनकी सफाई नहीं कराते। कई ऐसे विद्यालय हैं जहां के शौचालय बने तो छात्रों के लिए हैं, लेकिन इसके इस्तेमाल पर पाबंदी लगी है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि मास्साब ने इस पर कब्जा कर रखा है, वह भी बाकायदा ताला लगाकर। शिक्षकों की इस मनमानी से छात्रों में आक्रोश है, लेकिन वह विरोध नहीं कर पा रहे हैं। शौचालय बनवाने के पीछे सरकार की मंशा थी कि पर्यावरण प्रदूषित न हो। स्कूल की छात्राओं को बाहर न जाना पड़े। कन्याओं की सुरक्षा के लिहाज से भी इसे महत्वपूर्ण माना गया है। इसके बावजूद शिक्षक इस व्यवस्था को लेकर तनिक भी गंभीर नहीं हैं।
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रिपोर्ट पर अफसर खामोश
कौशांबी : ध्वस्त शौचालयों की रिपोर्ट को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग एकदम से चुप्पी साधकर बैठ गया है। ध्वस्त शौचालयों को बनवाने की प्रक्रिया को लेकर अफसर गंभीर नहीं हैं, जबकि इस सुविधा का लाभ न मिलने से छात्र परेशान हैं। ध्वस्त शौचालयों की रिपोर्ट में भी आंकड़ेबाजी है। शिक्षक अफसरों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
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चुनावी सर्वे में भी मिली खामियां
कौशांबी : सिराथू विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए पोलिंग बूथों का सर्वे हो रहा है। सर्वे के दौरान प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों की असलियत खुलकर सामने आ रही है। कड़ा और सिराथू ब्लाक के तमाम स्कूलों के शौचालयों को ध्वस्त बताया गया है। यह रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को भेज दी गई है। सर्वे रिपोर्ट में कितने विद्यालयों को ध्वस्त बताया गया है, इसे बताने में विभागीय कर्मचारी आनाकानी कर रहे हैं।
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प्राथमिक विद्यालयों के शौचालयों की स्थिति की जानकारी बीएसए से मांगी जाएगी। यदि शौचालय काम नहीं कर रहे हैं तो उनका मरम्मतीकरण कराकर दोबारा प्रयोग लायक बनवाया जाएगा।
-राजमणि यादव, डीएम