शायद अब 'ठिकाने' न लगें अज्ञात मृतकों के शव!
कौशांबी : अज्ञात शवों के दाह संस्कार में अब सिपाही हीलाहवाली नहीं करेंगे। इसके लिए सिपाहियों के खाते में सीधे रकम भेजी जाएगी। इससे उम्मीद है कि अब अज्ञात मृतकों के शव 'ठिकाने' नहीं लगाए जाएंगे, बल्कि उन्हें कफन नसीब होगा और ससम्मान उनका अंतिम संस्कार हो सकेगा।
विभिन्न हादसों, वारदातों में जान गंवाने वाले अनेक लोगों की शिनाख्त नहीं हो पाती और उनकी लाश लावारिस रहती है। अज्ञात शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम व अन्य कानूनी कार्यवाही करने के बाद सामाजिकता व विधिवर्णित प्रक्रिया के तहत उनका भी सम्मान सहित अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए। इसीलिए लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए पुलिस महकमे में बाकायदा धनराशि निर्गत होती है, ताकि लावारिस शवों का अंतिम संस्कार हो सके। फिलहाल यह रकम थाना प्रभारियों को मिलती थी, जिसकी बंदरबांट हो जाती थी। वर्तमान में यह धनराशि 2,700 रुपये है। लिहाजा सिपाही अज्ञात शव को अपने खर्च से ले जाकर नदियों में प्रवाहित कर देते थे। इससे अज्ञात मृतकों को कफन तक नसीब नहीं होता था। ऐसा इसलिए कि मृतक के क्रिया कर्म का पैसा थानेदार से मिल पाना लगभग नामुमकिन रहता।
ऐसी तमाम शिकायतों के मद्देनजर शासन ने निर्णय लिया है कि अब अज्ञात शवों के अंतिम क्रिया कर्म के लिए नियत धनराशि सीधे सिपाहियों के खाते में भेजी जाएगी। ताकि धन की बंदरबांट न हो सके और अज्ञात मृतक को मौत के बाद कफन ओढ़ाया जा सके और सम्मान सहित उसका अंतिम संस्कार हो।
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लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए धनराशि
कफन - 300 रुपये
सवारी भाड़ा - 400 रुपये
अंतिम संस्कार - 2000 रुपये
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कुल धनराशि - 2700 रुपये
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सिपाहियों को मिली नगद धनराशि
कौशांबी : चरवा व कोखराज थाना क्षेत्रों में मिले अज्ञात शवों के दाह संस्कार का भुगतान नई व्यवस्था के तहत किया गया है। दोनों थाना क्षेत्रों में करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के शव मिले थे। उनका अंतिम संस्कार कराने वाले सिपाहियों को बुलाकर नगद धनराशि दी गई। अब सिपाहियों के खाते में सीधे धनराशि भेजी जाएगी। इसके लिए जनपद के सभी थाना क्षेत्रों से संबंधित सूचनाएं मांगी गयी हैं।-