कटाई में रीपर का प्रयोग न हुआ तो मशीन सीज
कौशांबी : गेहूं की फसल रीपर का प्रयोग न करना किसानों को भारी पड़ सकता है। यदि कटाई के समय रीपर का प्रयोग न किया गया तो मशीन को सीज करने का निर्देश डीएम ने सभी उप जिलाधिकारियों को दिया है।
प्रदेश के किसान गेहूं की कटाई में रीपर का प्रयोग नहीं करते थे। इसकी वजह से पशुओं के चारे का संकट खड़ा हो जाता था। साथ ही खेत में आग लगाने की वजह से भूमि की उर्वरा शक्ति भी नष्ट हो रही थी। इस प्रकरण को गंभीरता से लेने के बाद भूमि की उर्वरा शक्ति को कायम रखने व मवेशियों के हित में शासन ने अहम फैसला लिया था। पूर्व में जिला प्रशासन को निर्देश जारी किया था कि गेहूं की कटाई में रीपर का प्रयोग न करने वाले किसानों की मशीन को सीज करने के बाद आवश्यक कार्रवाई भी की जाए। शासन के निर्देश के मद्देनजर जिलाधिकारी जीएस नवीन कुमार ने सभी एसडीएम को निर्देश जारी किया है कि जो भी किसान गेहूं की कटाई में रीपर का प्रयोग न कर रहे हो। उनकी मशीन को सीज कर दिया जाए। डीएम के निर्देश के बाद तहसील प्रशासन की नजर गेहूं की कटाई पर है। एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक व लेखपालों ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।
कृषि फार्म टिकरी में नहीं हो रहा रीपर का प्रयोग
टेवां ,कौशांबी : कृषि फार्म टिकरी में गेहूं की कटाई में रीपर का प्रयोग नहीं किया जा रहा था। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी जब सदर एसडीएम गणेश प्रसाद को दी उन्होंने ने लेखपाल व टेवां पुलिस को मैके पर भेज कर गेहूं की कटाई को रोकवा दिया। गेहूं की कटाई में रीपर का प्रयोग क्यों नहीं किया गया। इसका जवाब एसडीएम ने जिला कृषि अधिकारी से मांगा है।