खर्राटे भरता रहा एसएसओ, लोगों की जागते कटी रात
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम 18 घंटे बिजली आपूर्ति प्रदेश सरकार की
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम 18 घंटे बिजली आपूर्ति प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में है। मगर, कर्मियों की मनमानी से सरकार की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है। शुक्रवार रात रूरा सबस्टेशन में तैनात एसएसओ खर्राटे भरता रहा, वहीं बिजली गुल रहने से लोगों को रात जागकर काटनी पड़ी।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद बिजली सुधार की दिशा में कई कदम उठाए गए। जिला मुख्यालय पर 24, तहसील मुख्यालय में 20 व ग्रामीणांचल में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल तय किया गया। वहीं कई स्तर पर बेपरवाही का आलम है। शुक्रवार रात रूरा सबस्टेशन पर तैनात एसएसओ खर्राटे भरता रहा और पूरी रात बिजली गुल रही। देर रात 11:30 बजे लोगों ने सबस्टेशन के मोबाइल पर संपर्क किया लेकिन फोन नहीं उठा। इसपर जानकारी एसडीओ को दी गई। एसडीओ ने सबस्टेशन में कई बार फोन किया फिर भी नहीं उठा। इस पर एसडीओ ने 132 केवीए जैनपुर ग्रिड सबस्टेशन से बिजली आपूर्ति बंद करा दी। बिजली जाने पर गर्मी लगने से एसएसओ की नींद खुली। उसने 132 केवीए जैनपुर ग्रिड सबस्टेशन से बिजली आपूर्ति बहाली को फोन किया। ग्रिड सबस्टेशन से एसडीओ द्वारा आपूर्ति बंद कराने की जानकारी मिली तो एसडीओ को फोन किया। एसडीओ ने उसे कड़ी फटकार लगाई और ग्रिड सबस्टेशन से लगभग 12:20 बजे बिजली बहाल कराई। इधर पंद्रह मिनट बाद फिर सबस्टेशन की वीसीबी ट्रिप कर गई। इधर एसएसओ सोता रहा उधर गर्मी में लोग बेहाल रहे। बुजुर्गो और बच्चों का बुरा हाल था। सुबह 6:30 बजे बिजली बहाल हुई। एसडीओ अर¨वद कुमार ने बताया कि एसएसओ अजय रात में सो गया था। उसे कड़ी चेतावनी दी गई है। पूरे मामले में अवर अभियंता से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद एसएसओ पर कार्रवाई होगी।
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आवासित नहीं विद्युत अफसर
रूरा सबस्टेशन परिसर में उपखंड कार्यालय है। यहां अफसरों व कर्मियों के लिए आवास हैं, बावजूद इसके अफसर यहां नहीं रहते। शाम होने पर अफसर कानपुर चले जाते हैं तो सबस्टेशन पर मौजूद कर्मी व एसएसओ मनमानी करते हैं। तहसील मुख्यालय वाले कस्बों में भी रात में पूरे 10 घंटे बिजली नहीं मिल पा रही है। जबकि गांवों में बिजली आपूर्ति का पुरसाहाल नहीं है।
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रात में गुल हो जाती बिजली
गांवों में रात में निर्बाध बिजली आपूर्ति के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं। डेरापुर देहात सबस्टेशन से जुड़े नोनारी, खल्ला, खजुर्रा, रतनियांपुर, गुरियापुर, इकघरा आदि गांवों में कई दिनों से रात में बिजली गायब रहती है। जबकि दिन में बिजली की आंख मिचौली से बमुश्किल चार से पांच घंटे बिजली मिल पाती है।
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रात में कहां कितनी मिल रही बिजली
तहसील मुख्यालय के कस्बे
अकबरपुर 6-8 घंटे
भोगनीपुर 6-8 घंटे
डेरापुर 5-6 घंटे
रसूलाबाद 5-6 घंटे
सिकंदरा 4-6 घंटे
मैथा (संभरपुर गांव) 5-6 घंटे
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तहसील मुख्यालय से इतर कस्बे
शिवली 4-6 घंटे
अमरौधा 4-6 घंटे
झींझक 5-6 घंटे
रूरा 3-4 घंटे