स्वचलित प्रणाली खराब होने से माती की जलापूर्ति गड़बड़ाई
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : माती पेयजल योजना की स्वचालित प्रणाली स्काडा (पर्यवेक्षी नियंत्रण और
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : माती पेयजल योजना की स्वचालित प्रणाली स्काडा (पर्यवेक्षी नियंत्रण और डाटा अधिग्रहण प्रणाली) सिस्टम खराब होने से तीन गांवों की जलापूर्ति लड़खड़ा गई है।
जिले की कई पेयजल परियोजना का संचालन जल निगम करता हैं। वर्ष 2015 में माती, पतरासड़वा व संदलपुर पेयजल योजनाओं में स्वचालित प्रणाली 'स्काडा' लगाया गया था। माती पेयजल योजना में मुरीदपुर, कलेक्ट्रेट परिसर व कंधिया गांव में जलापूर्ति होती है। स्काडा से नलकूप स्वत: ही शुरू होकर ओवरहेड टैंक में पानी भर देता है और स्वत: बंद हो जाता है। इससे नलकूप आपरेटर पर निर्भरता खत्म हो जाती है। पिछले दिनों तकनीकी खामी से स्काडा सिस्टम खराब हो गया है। ऐसे में ओवरहेड टैंक भरने में परेशानी बनी है, यहां नलकूप आपरेटर की तैनाती भी नहीं है। इसके कारण ओवरहेड टैंक भरने से लेकर जलापूर्ति व्यवस्था लड़खड़ा गई है। वैकल्पिक व्यवस्था के चलते समय पर जलापूर्ति न होने से लोगों को दिक्कत हो रही है। सुधीर, रामसनेही, हीरालाल व सत्यम आदि ने बताया कि एक पखवारा से जलापूर्ति की दिक्कत बनी हुई है। जल निगम द्वितीय निर्माण खंड के प्रभारी अधिशासी अभियंता अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि स्काडा सिस्टम स्टार्टर पैनल में तकनीकी खराबी की वजह से जलापूर्ति में समस्या बनी है। गारंटी पीरियड समाप्त होने के कारण स्टार्टर पैनल विभागीय स्तर पर दुरुस्त कराया जाएगा।