झिलमिलाते दीपों ने बिखेरी अद्भुत छटा
घाटमपुर, संवाद सहयोगी : श्रीगांधी विद्या पीठ इंटर कालेज मैदान में 108 कुंडीय युगानुकूल अश्वमेध गायत्
घाटमपुर, संवाद सहयोगी : श्रीगांधी विद्या पीठ इंटर कालेज मैदान में 108 कुंडीय युगानुकूल अश्वमेध गायत्री महायज्ञ में मंगलवार रात दीप यज्ञ का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने एक साथ पूरे परिसर में हजारों दीप प्रज्ज्वलित कर अद्भुत छटा बिखेर दी। श्रीराम कथा सुनने जहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी, वहीं दिन में विद्वान आचार्र्यो ने संस्कार संपन्न कराए।
मंगलवार की सुबह हवन कर देव आह्वान के बाद हरिद्वार से आए गायत्री परिवार के मुख्य आचार्य छबील दास मिश्र ने सहयोगी आचार्र्यो के साथ यज्ञोपवीत, दीक्षा, विद्यारंभ, पुंसवन आदि संस्कार संपन्न कराये। सायं राम कथा में आचार्य छबीलदास ने कूष्मांडा देवी के महत्म्य का विस्तार से वर्णन किया। रात्रि करीब 8 बजे मंच से आह्वान के बाद श्रद्धालुओं ने महायज्ञ परिसर में एक साथ हजारों दीप प्रज्ज्वलित किए। झिलमिलाते दीप मनोहारी नजारा पैदा कर रहे थे। कार्यक्रम आयोजन में उमा सिंह, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य फतेह बहादुर सिंह, शेष नारायण वर्मा, मुकुट पाल सिंह, शिव शंकर निरंजन, हरी शंकर मिश्र, सुधा सचान, इंद्रजीत सिंह, महेश ओमर, ऋुतु गुप्ता आदि प्रमुख रहे।
------इनसेट---------
शब्दभेदी बाण विद्या देख दबाई दांतों तले अंगुलियां
गायत्री महायज्ञ के दौरान रात दीपयज्ञ से ऐन पहले हरिद्वार से आए साधक अनिल शुक्ल ने शब्द भेदी वाण चालन का मंच पर प्रदर्शन किया। आंखों पर पट्टी बांध कर उन्होंने मंच के दूसरे कोने पर एक अन्य व्यक्ति द्वारा लगाए गए डंडे में एक के बाद एक कई बार धनुष वाण से निशाना लगा कर मौजूद श्रद्धालुओं को चकित कर दिया। शब्दभेदी वाण विद्या में निपुण अनिल ने लेट व बैठकर भी धनुष से निशाना लगाया और हर बार बाण सीधे निशाने पर ही लगा।