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यमुना का जलस्तर बढ़ा, सवा मीटर दूर खतरा

कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के गांवों में खतरा बढ़ता जा रहा ह

By Edited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 09:53 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 09:53 PM (IST)
यमुना का जलस्तर बढ़ा, सवा मीटर दूर खतरा

कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के गांवों में खतरा बढ़ता जा रहा है। यमुना में पानी खतरे के निशान से महज 1.24 मीटर नीचे बहने से ग्रामीण सहमे हुए हैं। यमुना नदी का एकाएक जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों में खतरा बढ़ गया है और ग्रामीणों ने घरों का सामान समेटना शुरू किया है। बेतार घर के प्रभारी सुनील मिश्रा के अनुसार यमुना नदी के कालपी स्थित पुल में 108 मीटर पर खतरे का निशान है, सोमवार शाम छह बजे जहां जलस्तर 103 मीटर पर था। मंगलवार सुबह दस बजे जलस्तर 106.540 मीटर तथा शाम 4 बजे 106.760 मीटर पर था। जलस्तर में लगातार वृद्धि से खतरा महज 1.24 मीटर दूर है।

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एडीएम ने कराई चार नावों की व्यवस्था

देर शाम एडीएम वित्त आशुतोष कुमार ने सेंगुर नदी उफनाने से बाढ़ की चपेट में आये गांवों के हालात का जायजा लिया। ग्रामीणों ने अरहर, मूंग,उरद , ज्वार, बाजरा व सब्जियों की कई एकड़ फसलें नष्ट होने की जानकारी दी। आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था का आग्रह किया। उन्होंने पड़ाव, भुंडा, भरतौली के लिए एक तथा आढ़न व पथार के लिए तीन नावों की व्यवस्था कराई। एडीएम ने आढ़न गांव के नाव संचालक मलखान, घसीटे, विजय बहादुर, राम औतार को नावें लगाने का निर्देश दिया गया। नाविकों ने पिछले साल 25 दिन तक लोगों के निशुल्क आवागमन के बदले प्रशासन द्वारा मात्र 6-6 सौ रुपए का भुगतान किए जाने की बात कही तो एडीएम ने दो सौ रुपए प्रतिदिन की दर से भुगतान कराने का भरोसा दिया। ----------

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इन गांवों को खतरा

यमुना व सेंगुर तटवर्ती बीहड़ पट्टी के किशनपुर, खरतला, खरका, दिबैर, उदईपुर, करियापुर, दौलतपुर, फत्तेपुर, नगीना बांगर, क्योंटरा बांगर, हलिया, दया का पुरवा, दौलतपुर, नौबादपुर, देवराहट, भरतौली, कृपालपुर के अलावा बैजामऊ, जरी, खरका, गौहानी बांगर, पिचौरा, जैसलपुर, गौरी रतन बांगर,खोजारामपुर, रमपुरा, टयोंगा, दिबैर की मड़ैया आदि गांवों खतरा बना है।

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यमुना व सेंगुर नदी में बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। लेखपाल मलखान को कैंप करने तथा लोगों के निशुल्क आवागमन के लिए चार नावों की व्यवस्था कराई है। तहसीलदार व एसडीएम को सतर्कता बरतने तथा बाढ़ चौकियों को चाक चौबंद कराने का निर्देश दिया गया है। जल स्तर में गिरावट के बाद संभावित बीमारियों के मद्देनजर सीएमओ को आवश्यक व्यवस्था करने को कहा गया है। फसलों के नुकसान का आंकलन कराकर प्रभावी कदम उठाये जाएंगे।

-आशुतोष कुमार, एडीएम वित्त एवं राजस्व


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